एक लाख लोगों को मिलेगा नियमित रूप से पेयजल, हर साल केवल कागजों पर योजना होती है पास

Update: 2023-03-15 08:52 GMT

जमशेदपुर न्यूज़: शहर और आसपास के इलाके में लगभग एक लाख लोगों को नियमित पेयजल जल्द मिलने लगेगा. उपायुक्त विजया जाधव ने जिला राज पंचायती पदाधिकारी और पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि खराब चापाकल और जलमीनारों को एक सप्ताह में दुरुस्त किया जाए, जिससे पंचायत में जल संकट खत्म हो सके.

बागबेड़ा, बागबेड़ा कॉलोनी, घाघीडीह, मतलाडीह सहित अन्य इलाकों में गर्मी शुरू होते ही पेयजल संकट बढ़ जाता है. इन इलाकों में लगभग 500 चापाकल में से 210 चापाकलों से पानी निकलना बंद हो गया है. गर्मी शुरू होते ही इन इलाकों में भूजल स्तर गिरने लगता है. साथ ही पेयजल संकट भी बढ़ जाता है. इन इलाकों में कुल 16 जलमीनार हैं, जिनमें से 9 जलमीनार की स्थिति बेहद खराब है.

शहर का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. गर्मी शुरू होते ही हर साल लाखों-करोड़ो की योजनाएं बनाई जाती हैं, जिसमें यही कहा जाता है कि अगले साल गर्मी में पानी की किल्लत नहीं होगी, लेकिन योजनाएं धरातल पर नहीं उतर पातीं. बागबेड़ा जलापूर्ति योजना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. 2018 में इस योजना को पूरा होना चाहिए था, लेकिन अबतक यह योजना अधूरी पड़ी है. लगभग 200 करोड़ की योजना अभी अधूरी पड़ी है. इस योजना के बचे काम के लिए नए सिरे से टेंडर निकालकर एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन अबतक काम शुरू नहीं हुआ है.

पानी की बिक्री भी शुरू हो गई गर्मी बढ़ते ही पानी की बिक्री शुरू हो गई है. लोग पीने का पानी खरीदने लगे हैं. कंपनी कमांड एरिया से जार भरकर बेचने वालों की चांदी होने लगी है. हर दिन लगभग 5-7 लाख का पानी केवल बागबेड़ा और जुगसलाई इलाके में बिक रहा है.

पानी की नहीं होगी किल्लत विधायक संजीव सरकार का कहना है कि पंचायत इलाके में पानी की किल्लत नहीं होगी. जिन इलाकों में पानी की किल्लत होने की शिकायत मिल रही है. उन इलाकों में टैंकर से पानी भेजा जा रहा है.

तथा प्रशासन से पानी उपलब्ध कराने को भी कहा गया है. अधूरी बागबेड़ा जलापूर्ति योजना भी जल्द पूरी हो जाएगी.

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