OBC मोर्चा ने की मांग: महाराष्ट्र, एमपी व छत्तीसगढ़ की तरह पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू करे सरकार
झारखंड में पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्र ओबीसी मोर्चा ने गुरुवार को एक दिवसीय उपवास किया.
झारखंड में पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्र ओबीसी मोर्चा ने गुरुवार को एक दिवसीय उपवास किया. मोर्चा का कहना है कि जिस तरह महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ की सरकारों ने पहल की है, उसी तरह झारखंड सरकार भी उन राज्यों की तरह ओबीसी आरक्षण देने पर विचार करे. कहा कि जब देश के दूसरे राज्यों में हो सकता है तो यह झारखंड में क्यों नहीं हो सकता है.
राष्ट्र ओबीसी मोर्चा की क्या हैं मांगें
राज्य की पंचायतों में ओबीसी आरक्षण को बनाए रखा जाए. चूंकि काफी संघर्ष के उपरांत अन्य पिछड़ा वर्ग को सरकारी सेवा, शिक्षा एवं पंचायत चुनाव में प्रतिनिधित्व का अवसर मिला है.
अब पंचायत प्रतिनिधित्व में 27% आरक्षण भी खतरे में है. राज्य का ओबीसी वर्ग दूसरी बार अन्याय के कगार पर खड़ा कर दिया गया है . जबकि भारतीय संविधान समुचित प्रतिनिधित्व की पहल करता है, इसलिए अनुसूचित जाति व जनजाति के साथ-साथ ओबीसी को भी जनसंख्या के अनुपात में उचित न्याय और हिस्सेदारी दी जाए, जो संवैधानिक अधिकार है.
55% जनसंख्या वाले ओबीसी को आरक्षण देने की बात आती है, तो कोर्ट 27% आरक्षण को अन्यायोचित बता कर सीमित कर देता है और जब आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को 10% आरक्षण देने की बात आती है तो संवैधानिक आरक्षण सीमा 50% की लिमिटेशन को 60% बढ़ाने पर कोर्ट चुप्पी साध लेता है. ठीक वैसे ही जनगणना के मामले में ओबीसी की जनगणना कराने पर सरकार नकार देती है.
ऐसी असमानता और क्षोभ पैदा करने वाली विषमतापूर्ण हालत में ओबीसी को नौकरी में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की अनुशंसा के आलोक में सरकार 14% से बढ़ाकर 50% करने का वादा पूरा करे.