फर्जी पंचिंग में तीन को फिर नोटिस

Update: 2023-03-25 13:50 GMT

जमशेदपुर न्यूज़: टाटा कमिंस प्रबंधन ने फर्जी पंचिंग (छद्म उपस्थिति) के मामले में टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष वर्तमान कमेटी मेंबर रंजन पांडेय, पूर्व सहायक सचिव शंभूशरण तथा कमेटी मेंबर कामेश्वर पांडेय को एक बार फिर जांच का सामना करना पड़ेगा.

प्रबंधन ने तीनों को दोबारा कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जबकि प्रबंधन की ओर से कंपनी के अधिवक्ता आशीत कुमार वर्मा ने इस मामले में तीनों को निर्दोष करार दिया है. प्रबंधन अधिवक्ता की जांच रिपोर्ट की अनदेखी कर फिर से मामले में जांच शुरू करने जा रहा है. प्रबंधन ने पिछले को तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिसमें 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया था. लेकिन तीनों यूनियन नेताओं ने पहले की तरह इस बार भी कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया है.

क्या है मामला फर्जी पंचिंग के आरोप में प्रबंधन ने पूर्व उपाध्यक्ष तथा वर्तमान कमेटी मेंबर रंजन पांडेय को जनवरी 2022 में चार्जशीट के साथ जांच पूरी होने तक निलंबन का आदेश जारी किया था. इसके एक माह बाद शंभू शरण तथा कामेश्वर पांडेय को भी इसी आरोप में चार्जशीट के साथ निलंबन का आदेश जारी किया गया.

मामले की जांच कंपनी के अधिवक्ता आशीष कुमार वर्मा को दी गई. सूत्रों ने बताया कि अधिवक्ता ने मामले में तीनों को निर्दोष करार दिया है. लेकिन प्रबंधन ने इस रिपोर्ट पर भरोसा न कर आंतरिक जांच शुरू कर दी. इसी क्रम में को तीनों को दोबारा नोटिस थमा दिया गया.

Tags:    

Similar News

-->