हत्या काण्ड, पुलिस भी पता नहीं लगा साकी किशोरी के साथ गलत हुआ था या नहीं

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Update: 2022-05-18 10:51 GMT
पूर्वी टुंडी की आदिवासी किशोरी व स्‍नातक की छात्रा की हत्या कैसे हुई हत्या के पूर्व उसके साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं इसका राज पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं खुल सका। इस कारण शहीद निर्मल महतो मेमोरियल मेडिकल काॅलेज एंड हास्पिटल के डाक्टरों ने उसका विसरा प्रिजर्व कर दिया था।
दिलीप सिन्हा, धनबाद: पूर्वी टुंडी की आदिवासी किशोरी व स्‍नातक की छात्रा की हत्या कैसे हुई, हत्या के पूर्व उसके साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं, इसका राज पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं खुल सका। इस कारण, शहीद निर्मल महतो मेमोरियल मेडिकल काॅलेज एंड हास्पिटल के डाक्टरों ने उसका विसरा प्रिजर्व कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने विसरा को जांच के लिए एक अप्रैल को विधि विज्ञान प्रयोगशाला रांची भेज दिया। डेढ़ महीने बाद भी विसरा जांच रिपोर्ट रांची से नहीं आई है। विसरा जांच रिपोर्ट के इंतजार में पुलिस की पड़ताल अटकी हुई है। पुलिस अभी तक अंधेरे में तीर मार रही है। किशोरी का काल डिटेल्स खंगाला गया। जिसके साथ भी उसकी बातचीत हुई थी, उसे थाना लाकर पूछताछ की गई।
दो दर्जन से अधिक युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बावजूद पुलिस किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है। ना ही कोई ठोस साक्ष्य जुटा सकी है। पीड़ित स्वजन हत्यारों को गिरफ्तार करने के लिए पूर्वी टुंडी थाना से लेकर एसएसपी एवं मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। इस तरह इस आदिवासी किशोरी की हत्या की गुत्थी पुलिस एक महीने बाद भी नहीं सुलझा सकी है। इधर इस घटना का पर्दाफाश नहीं होने से आदिवासी समाज गुस्से में है। आदिवासियोंं का कहना है कि शहर में हो रहे अपराधों पर तो बहुत बवाल मचता है, लेकिन एक आदिवासी बेटी की हत्या पर सभी लोग चुप्पी साधे हुए हैं। बड़े पुलिस अधिकारियों के एजेंडे में ही यह मामला नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब आदिवासी छात्रा की हत्या का पर्दाफाश पुलिस करेगी।
विधायक के साथ सीएम के पास उठाया मुद्दा, फिर भी खामोश है पुलिस: आदिवासी छात्रा की हत्या का मामला मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष भी उठा था। मुख्यमंत्री ने तत्काल हत्यारों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। स्थानीय विधायक मथुरा प्रसाद महतो के साथ ग्रामीण आठ अप्रैल को रांची जाकर मुख्यमंत्री से मिले थे और इस हत्याकांड की जानकारी दी थी।
क्या है मामला: पूर्वी टुंडी के बड़बाद इलाके की रहने वाली आदिवासी किशोरी अपनी मां के साथ 28 मार्च को स्नान करने गांव के बगल में स्थित तालाब गई थी। मां तुरंत लौट गई थी और किशोरी तालाब में ही स्नान कर रही थी। काफी देर तक जब किशोरी घर नहीं लौटी तो मां एवं घर वाले तालाब उसे खोजने गए। तालाब से कुछ दूरी पर एक झांड़ी में उसका अर्द्ध नग्न शव मिला। दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने की बात सामने आई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराकर स्वजनों को सौंप दिया था।
मामले में डीएसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं। पुलिस इस कांड का पर्दाफाश के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है। काल डिटेल्स खंगाला गया है। इसके आधार पर पूछताछ की गई है, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिल सका है।
वहीं पूर्वी टुंडी के झामुमो प्रखंड अध्‍यक्ष रामचंद्र मुर्मू ने कहा कि थाना प्रभारी, डीएसपी, एसएसपी से लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष भी मामला ले गए। इसके बावजूद करीब 38 दिन बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा सकी है कि किसने आदिवासी छात्रा की हत्या की है।
इधर, भाजपा ओबीसी मोर्चा के ग्रामीण जिलाध्‍यक्ष महादेव कुमार का कहना है कि आदिवासी किशोरी के हत्यारों को पुलिस एक महीने बाद भी पकड़ नहीं सकी है। पुलिस को पूरी गंभीरता से इसकी पड़ताल कर हत्यारोंं को जेल के अंदर डालना चाहिए।
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