जमशेदपुर न्यूज़: मोबाइल का चोर बाजार पूरी तरह से धराशायी हो गया है. इसकी दो वजह है.एक तो जो नए फोन आ रहे हैं, उसमें आईएमईआई का बदवाल बंद हो गया है. साथ ही आईएमईआई में बदलाव करने पर उस मोबाइल की सारी सर्विस ब्लॉक होने के साथ ही ऐसा करने वाले पर 3 साल की जेल और जुर्माना या दोनों का प्रावधान तय किया गया है. साथ ही मोबाइल फोन निर्माता, निर्यात और आयात करने वाले फर्म के लिए हर फोन के आईएमईआई नंबर का रजिस्ट्रेशन भी अनिवार्य कर दिया गया है.
मोबाइल बरामदगी में हुआ खुलासा
गुम मोबाइल फोन को बरामद करने वाली टीम के सदस्यों से बातचीत में पता चला कि वर्तमान में फोन का आईएमईआई नंबर बदलना आसान नहीं है. न तो इसमें दुकानदार रिस्क लेता है और न ही कोई प्राइवेट पार्टी. इसके चलते मोबाइल चोरी करने के बाद चोरों द्वारा उस फोन को किसी न किसी बहाने से या फिर उसे किसी दूसरे शहर में ले जाकर बेच दिया जाता है. अब पुलिस जब उन मोबाइल को बरामद करने में उसके आईएमईआई नम्बर को रन कराने लगी है तो धीरे-धीरे यह बात सामने आने लगी है कि सभी नम्बर रन कर रहे हैं.
आईफोन से चोर परेशान
पुलिस के टेक्निकल एक्सपर्ट बताते हैं कि चोर को सबसे ज्यादा परेशानी आईफोन से होती है. वह फोन तो चुरा लेता है लेकिन यदि उसमें पैटर्न या नम्बर लॉक है तो उसे खोलने में चोर को परेशानी हो जाती है. ऐसे में वह उसमें सिम तो नहीं लगाता है, लेकिन उसके कुछ पार्ट्स को जरूर बेच देता है.