खूंटी। तोरपा थाना क्षेत्र के कोटेंगसेरा स्थित छाता नदी किनारे कुछ शरारती तत्वों ने एक जेसीबी मशीन में आग लगा दी। इस घटना में जेसीबी पूरी तरह से जल कर क्षतिग्रस्त हो गई। यह जेसीबी किसकी है तोरपा पुलिस पता लगा रही है। तोरपा में जेसीबी जलाने की यह पहली घटना है। इस घटना को लेकर तोरपा थाना में अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। इस संबंध में तोरपा के थाना प्रभारी मनीष कुमार ने शनिवार को बताया कि जेसीबी मशीन में आग लगाये जाने की घटना में शामिल शरारती तत्वों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात लगभग डेढ़ से दो बजे के बीच कोटेंगसेरा नदी किनारे बालू डंपिंग के पास एक जेसीबी खड़ी थी। तीन से चार नकाबपोश लोग वहां पहुंचे और जेसीबी चालक के साथ मारपीट करने के बाद उसे भगा दिया और जेसीबी में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। हालांकि पुलिस इसे उग्रवादी या नक्सली घटना मानने से इनकार कर रही है, पर लोगों का कहना है कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन् पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप ने बालू का अवैध कारोबार करने वालों को चेततावनी दी थी कि जब तक पीएलएफआई से वार्ता नहीं हो जाती,तब तक बालू का उत्खनन और परिवहन पर रोक रहेगी। उ्रवादी संगठन द्वारा जारी रमान के बाद कई दिनों तक बालू का उठाव और परिवहन रुक गया था, लेकिन कुछ दिनों के बाद बालू का अवैध धंध फिर से परवान चढ़ने लगा। इससे इस बात का आशंका जाहिर करते हैं कि फरमान को नहीं मानने के कारण ही जेसीबी और आग के हवाले कर दिया गया।