राज्य में मच्छरों से बचाव के किए जा रहे उपायों का होगा आकलन, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को दिशा-निर्देश जारी किया

उपायुक्तों को दिशा-निर्देश जारी किया

Update: 2023-09-19 09:36 GMT
झारखण्ड :राज्यभर में डेंगू से बचाव को लेकर किए गए मच्छररोधी उपायों का आकलन किया जाएगा. किस क्षेत्र में, कैसे घरों में, कैसी स्थितियों में मच्छर पनप रहे हैं. मच्छरों की प्रजाति कौन सी है, इसका पता लगाया जाएगा. साथ ही मच्छरों से बचाव को लेकर किए गए उपायों का असर कितना पड़ा है, इसका भी पता लगाया जाएगा. लार्वारोधी उपाय कितना कारगर है. मच्छर के किस प्रजाति पर लार्वारोधी उपाय कितना कारगर है? इसका आकलन किया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने राज्य के सभी उपायुक्तों को इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किया है. अपर मुख्य सचिव इसके लिए राज्यभर से इंसेक्ट कलेक्टर के माध्यम से सैंपल कलेक्ट कर मॉलिकुलर टेस्टिंग (आरटीपीसीआर) के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मलेरिया रिसर्च, द्वारिका, नई दिल्ली भेजने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि डेंगू के वाहक एडिस एजिप्टी, एडिस एल्बोपिक्टस एवं अन्य प्रजाति की पहचान के लिए एनआईएमआर, नई दिल्ली में सैंपलों की जांच कराई जाए. मरीजों के सैंपल के कलेक्शन का कार्य एनआईएमआर, फील्ड ऑफिस रांची के माध्यम से कराया जाएगा.
बुंडू में डेंगू जांच के लिए किट मंगाया गया
बुंडू. अनुमंडल अस्पताल बुंडू के उपाध्यक्ष डॉ दिलीप पासवान ने बताया कि अबतक डेंगू के मरीज बुंडू अस्पताल में नहीं आए हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में डेंगू जांच किट मंगा लिया गया है. डेंगू की जांच बुंडू अस्पताल में ही की जाएगी. इधर, बुंडू नगर पंचायत कार्यालय कर्मियों ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग रोस्टर बढ़ा दिया गया है. से ही डोर-टू-डोर केमिकल का छिड़काव शुरू किया गया है. नालियों में भी ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है.
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