झारखण्ड: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने झारखंड में नक्सलियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान एनआईए ने नक्सलियों के ठिकाने से भारी मात्रा में गोला-बारूद जब्त किया। अधिकारी ने बताया कि पीएलएफआई के प्रमुख के खुलासे के बाद शुक्रवार को गुमला जिले में टीम ने कार्रवाई की। जिले के कामदारा इलाके के जंगलों से टीम ने 7.62 एमएम 1,245 राउंड और 5.56 एमएम की 271 गोलियां जब्त की हैं।
एक सप्ताह पहले पकड़ाया था सरगना
एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि जब्त गोला-बारूद दो साल पहले बिहार के नालंदा में मिला था। इसे पीएलएफआई के आतंकियों ने संभाल कर जंगलों में रखा था। उग्रवादी संगठन के प्रमुख दिनेश गोप को एनआईए ने एक हफ्ते पहले नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी का कहना है कि गोप के खिलाफ अपहरण, धमकी, वसूली, हत्या और फंडिंग जुटाने सहित 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। प्रशासन ने उसके ऊपर 30 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। खूंटी जिले में गोप कुलदीप यादव और बड़कू के नाम से जाना जाता है।
2016 में दर्ज हुआ था पहला मामला
एजेंसी के अनुसार, पिछले साल तीन फरवरी को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के गुदरी में पीएलएफआई और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान दोनों के बीच गोलीबारी भी हो गई। हालांकि, नक्सली जंगलों में छिप गए थे, इस वजह से टीम न तो नक्सलियों को पकड़ पाई थी न ही सरगना को। गोप फंडिंग के लिए व्यापारियों, ठेकेदारों और जनता को लूटता था। गोप के साथियों और परिजनों के बैंक खाते से शेल कंपनियों में निवेश किया जाता था। गोप के खिलाफ पहला मामला 2016 में रांची में दर्ज किया गया था। इसके बाद 2018 में एनआईए ने दोबारा मामला दर्ज किया था। पकड़े गए गोला-बारूद को जब्त करने के साथ-साथ एनआईए ने 14 बैंक खातों को कुर्क किया है। टीम ने दो कारें, कुछ संपत्ति और नकदी भी जब्त की है।