बुंडू में धूमधाम से मनाई गई मनसा पूजा
सर्पों की देवी मां मनसा देवी की पूजा आज पूरे अनुमंडल क्षेत्र में धूम धाम से मनाई गयी
Bundu/Ranchi: सर्पों की देवी मां मनसा देवी की पूजा आज पूरे अनुमंडल क्षेत्र में धूम धाम से मनाई गयी. नगर क्षेत्र के बाजार स्थित मनसा मंदिर, बिचका टोली, बेसरा टोली,तमाड़ के कई इलाकों के मंदिरों में मां की पूजा धूमधाम से पूजा की गई. पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. मां मनसा देवी के प्रति आस्था दिखाते हुए दर्जनों युवकों ने अपनी जीभ और गाल में त्रिशूल भेद कर तालाब से मंदिर पहुंचे. लोगों ने अटूट आस्था का परिचय देते हुए नाग नागिन अजगर, धामना जैसे सांपों को अपने गले में धारण कर प्रदर्शन किया. इनका मानना है कि मां मनसा देवी सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. वर्षों से ही मां मनसा की पूजा-अर्चना होती आ रही है. पूजा प्रारंभ होने के पूर्व तालाब से कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा के दौरान मोहल्लेवासी कलश धारी के पैर पर जल चढ़ाकर उनसे अपनी-अपनी इच्छानुसार मन्नतें मांगी.
शिव जी की मानस पुत्री हैं मां मनसा देवी
स्थानीय पुजारी बताते हैं कि मां मनसा देवी भगवान शिव की मानस पुत्री हैं. पुराने ग्रंथों में यह भी कहा गया है कि इनका जन्म कश्यप के मस्तिष्क से हुआ है. ग्रंथों के अनुसार नागराज बासुकी की बहन पाने की इच्छा को पूर्ण करने के लिए भगवान शिव ने उन्हें मनसा देवी को भेंट किया था. बासुकी इनके तेज को संभाल न सके और इनके पोषण की जिम्मेदारी नागलोक के तपस्वी हलाहल को दे दी थी. इनकी रक्षा करते-करते हलाहल ने अपने प्राण त्याग दिए थे. मां मनसा देवी भक्तिभाव से पूजा करने वाले भक्तों के लिए बेहद दयालु और करुणामयी होती हैं.
Chandan