धनबाद कालसा बमबाजी में विकास सिंह के साथ प्रिंस का मेजर अरेस्ट, प्रिंस के रंगदार के लिए विकास सिंह की भूमिका, भतीजा को भी तलाश रही पुलिस
साथ प्रिंस का मेजर अरेस्ट, प्रिंस के रंगदार के लिए विकास सिंह की भूमिका, भतीजा को भी तलाश रही पुलिस
झारखण्ड लुबी सर्कुलर रोड अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह का कुख्यात प्रिंस खान गिरोह के साथ ठोस कनेक्शन सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि प्रिंस खान गिरोह के साथ मिल कर विकास सिंह ने गोविंदपुर खालसा होटल में बमबाजी सहित कई घटनाओं को अंजाम दिलाया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने रविवार की रात विकास सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले एसएसपी की स्पेशल टीम ने प्रिंस गिरोह के मोस्टवांटेड मेजर (छद्म नाम) और गिरोह के दो अन्य गुर्गों को भी दबोचा है।
मेजर और दोनों गुर्गों के पास से पुलिस को हथियार मिले हैं। सोमवार को पुलिस विकास सिंह व मेजर सहित गिरोह के दोनों लड़कों को जेल भेजने की तैयारी में है। गोविंदपुर में ही एक लिट्टी-चोखा के रेस्टोरेंट में भी बमबाजी में इन लोगों के नाम सामने आए हैं। पुलिस का दावा है कि हाल की सभी फायरिंग और रंगदारी मामलों में इन लोगों की भूमिका है। सभी मामलों में इन्होंने अपनी संलिप्तता कबूल की है। 0रंगदारी मामले में विकास सिंह के भतीजे को भी पुलिस खोज रही है।
अमन-प्रिंस की गठजोड़ की हो रही जांच मेजर और विकास सिंह की गिरफ्तारी से पुलिस को प्रिंस गैंग से जुड़ी कई जानकारियां मिली हैं। पुलिस को प्रिंस खान और जेल में बंद शूटर अमन सिंह गिरोह की गठजोड़ का भी पता चला है। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है। सोमवार को पुलिस विकास सिंह और मेजर के साथ-साथ दोनों गिरोह के संबंध में बड़ा खुलासा करेगी।
दुबई में सैफी लिखता है रंगदारी का पर्चा
इंग्लिश में रूल वाले पन्ने पर वायरल होने वाला रंगदारी भरा पर्चा प्रिंस का गुर्गा कथित मेजर नहीं बल्कि सैयद सैफी अब्बास लिखता है। पकड़े गए मेजर ने ही यह खुलासा किया है। यूपी फैजाबाद का सैफी अपने मामा के घर वासेपुर में रहता था। वह प्रिंस और उसके भाइयों का करीबी है। प्रिंस के साथ वह भी दुबई में बैठा है। उसके दुबई में रहने के ठोस सबूत पुलिस के पास हैं।
पुलिस की सजगता से टली बड़ी वारदात
मेजर और उसके गुर्गे धनबाद में बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इसी बीच गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दबिश देकर आरोपियों को पकड़ लिया। कथित मेजर के खुलासे पर ही सीमावर्ती शहरों में सघन छापेमारी की गई। एसएसपी की स्पेशल टीम में शामिल डीएसपी अमर कुमार पांडेय के अलावा कई तेज-तर्रार इंस्पेक्टर लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं।