Latehar : अबुआ आवास योजना में भ्रष्टाचार उजागर करने वालों पर प्राथमिकी गलत

Update: 2024-07-05 08:56 GMT
Latehar लातेहार : अबुआ आवास योजना में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों पर प्रशासन के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराये जाने के मामले को भोजन का अधिकार अभियान एवं नरेगा वॉच ने गलत ठहराया है. इसे लेकर दोनों संगठनों के प्रो ज्या द्रेज, जेम्स हेरहंज, अपूर्वा गुप्ता व अशर्फी नंद प्रसाद ने उपायुक्त व लातेहार को एक ज्ञापन सौंपा है. साथ ही इसकी जांच कर प्राथमिकी वापस लेने की मांग की है. आवदेन में कहा गया है कि नरेगा सहायता केंद्र महुआडांड़ की अफसाना खातून व प्रशांता किंडो जल सहिया कुंती देवी, महिला स्वयं सहायता समूह की सरस्वती देवी, वार्ड सदस्य डोलोरोसा मिंज, अनूप कुमार,रीना देवी व उप मुखिया महुआडांड़ चंद्रमणि देवी ने आरटीआई से प्राप्त अबुआ आवास योजना के लाभुकों की सूची का गत 22 से 24 मई तक घर-घर जाकर सत्यापन किया था. इसमें भ्रष्टाचार के पुख्ता सबूत पाए गये थे. मुख्यतः अयोग्य व पक्के घर में रहने वाले संपन्न लोगों के लिए आवास योजना स्वीकृत की गयी थी. स्थानीय प्रशासन द्वारा इनके पुराने आवास की स्थिति में
कच्चा मकान दर्ज
किया गया है.
 ग्रामसभा में भी की गयी थी आवास रद्द करने की मांग
26 मई को महुआडांड़ में ग्राम प्रधान विकास उरांव की अध्यक्षता में ग्रामसभा की गयी. ग्रामसभा में गलत तरीके से चुने गए लाभार्थियों के आवास रद्द करने, अनियमितता की प्रशासनिक जांच करने और दोषियों के विरुद्ध न्यायसंगत कार्रवाई करने का प्रस्ताव पारित करने की मांग की गयी. इस प्रस्ताव के आधार पर 29 मई को ग्राम प्रधान द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी को शिकायत दी गयी. लेकिन इस धोखाधड़ी की जांच करने के बजाय बीडीओ ने सर्वेक्षण टीम व ग्राम प्रधान के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया और चार जून 2024 को उनके खिलाफ एक झूठी प्राथमिकी (केस सं 28/2024, दिनांक 04/06/2024 थाना महुआडांड़) दर्ज करवा दी. भोजन का अधिकार अभियान व नरेगा वॉच ने लातेहार के उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से अविलंब फर्जी प्राथमिकी (केस सं 28/2024, दिनांक 04/06/2024 थाना महुआडांड़) को रद्द कर टीम के सभी सदस्यों को इस मामले से पूर्णत: बरी करने व दोषियों पर कार्रवाई करने की माग की है.
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