Kiriburu किरीबुरू : सेल की बोलानी लौह अयस्क खदान प्रबंधन के खिलाफ बोलानी ठेका मजदूर संघ का 20 अगस्त से जारी अनिश्चितकालीन आंदोलन आज चौथे दिन भी जारी रहा. हालांकि आंदोलन के चौथे दिन बोलानी ठेका मजदूर संघ ने बोलानी स्थित रुंगटा की रेलवे साइडिंग में कार्यरत लगभग एक हजार श्रमिकों को रोजगार देने के लिए लड़ाई छेड़ दी है. रुंगटा की रेलवे साइडिंग में शुक्रवार से रैक लोडिंग का कार्य ठप करा दिया गया है. अब संघ ने दो मोर्चे पर आंदोलन शुरू कर दिया है.
इस संबंध में बोलानी ठेका मजदूर संघ के अध्यक्ष कमलापति यादव ने लगातार न्यूज और शुभम संदेश को बताया कि सेल की बोलानी खदान प्रबंधन के खिलाफ हमारी लड़ाई नौकरी में भेदभाव नहीं कर शत फीसदी स्थानीय बेरोजगार युवाओं और ठेका मजदूरों को नौकरी देने, खदान में काम करने वाले तमाम ठेका मजदूरों को रात्रि पाली भत्ता, धूल-कण भत्ता, पूरे परिवार को चिकित्सा सुविधा, आवास अथवा आवास भत्ता, बोलानी खदान गेट के बगल में पानपोस से जो फाईन्स मंगाकर स्टॉक किया गया है, जहां 600 टीपीएच का क्रशर मशीन लगाया गया है, वह बिना लीज के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है, इसे बंद करना आदि मांगें शामिल हैं.
रूंगटा का रेलवे साइडिंग में रैक लोडिंग का कार्य बंद करने की मुख्य वजह यहां लगभग एक हजार मजदूर व आपरेटर मैनुअल रैक लोडिंग करते थे. इससे उक्त मजदूरों का घर का चूल्हा जलता था. लेकिन जब से रुंगटा ने अपना अलग रेलवे साइडिंग बनाया है तब से वह मशीन से रैक लोडिंग कर रहा है. इससे लगभग एक हजार मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. या तो रुंगटा प्रबंधन इतने मजदूरों को बैठाकर उनका तय मेहनताना देकर मशीन से रैक लोडिंग कराये या फिर इन्हें सीधे मैनुअल कार्य कराकर रोजगार दे. इस आंदोलन में अध्यक्ष कमलापति यादव के अलावे महासचिव गोरांगो मुंडा आदि सैकड़ों महिला-पुरुष शामिल हैं.