Jharkhand: 22 जिलों के 9743 चापाकल का पानी पीने लायक नहीं

Update: 2024-08-27 05:51 GMT
Ranchi रांची : झारखंड सरकार के पेयजल विभाग द्वारा लगाये गये चापाकल का पानी कई जिलों में प्रदूषित हो चुका है. विभाग की ओर से 22 जिलों में 9743 चापाकलों के पानी की शुद्धता की जांच की गयी. इसके लिए चार कैटेगरी निर्धारित की गयी. इसे वेरी हाई रिस्क लेवल, हाई रिस्क लेवल, मीडियम रिस्क लेवल और लो रिस्क लेवल में विभाजित किया गया था. इसमें 11 जिलों के 167 चापाकल के पानी को वेरी हाई रिस्क लेवल कैटेगरी में रखा गया है. वहीं 20 जिलों के 1425 चापाकल के पानी को हाई रिस्क लेवल कैटेगरी में रखा गया है. वहीं 2580 चापाकल के पानी मीडियम और 5571 के पानी लो रिस्क कैटेगरी में रखा गया है.
12 जिलों में पानी की शुद्धता चिंताजनक
पेयजल विभाग के सर्वे के अनुसार, 12 जिलों में पानी की शुद्धता की स्थिति चिंताजनक है. रिपार्ट में दुमका में 38, चतरा में 16, गढ़वा, गोड्डा व सरायकेला-खरसांवा में 14-14, पलामू में 12, पाकुड़ में 11, देवघर व धनबाद में नौ-नौ, रामगढ़ में सात, सिमडेगा में पांच और लातेहार में तीन चापाकल का पानी पीने लायक ही नहीं है. सर्वे में इन चापाकल के पानी को वेरी हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है. इसके अलावा हाई रिस्क कैटेगरी में चतरा में 197, दुमका में 163, सिमडेगा में 149, सरायकेला में 139, गोड्डा में 137, रामगढ़ में 133, धनबाद में 86, पाकुड़ में 83, गढ़वा में 70 चापाकल को हाई रिस्क में रखा गया है.
राज्य भर में 34805 चापाकल खराब
राज्यभर में चापाकलों की संख्या एक लाख 37 हजार 525 है, जिसमें 34805 चापाकल खराब हैं. इसे अब तक ठीक नहीं किया जा सका है. वहीं, एक लाख दो हजार 610 चापाकल काम कर रहे हैं.
राज्यभर में चापाकल के पानी की स्थिति
जिला
वेरी हाई रिस्क
हाई रिस्क
मीडियम रिस्क
लो रिस्क
बोकारो
00
07
25
45
चतरा
16
197
197
891
देवघर
09
73
116
182
धनबाद
09
86
142
394
दुमका
38
163
190
457
गढ़वा
14
70
137
307
गिरिडीह
00
28
82
103
गोड्डा
14
137
159
326
गुमला
00
07
14
13
हजारीबाग
00
12
26
32
जामताड़ा
00
09
00
04
खूंटी
00
14
30
68
कोडरमा
00
22
39
59
लातेहार
03
00
11
10
पाकुड़
11
83
214
582
पलामू
12
39
51
70
पूर्वी सिंहभूम
00
25
133
297
रामगढ़
07
133
319
711
रांची
00
03
16
16
साहिबगंज
00
19
24
21
सरायकेला
14
139
329
732
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