Ranchi: झारखंड में हाल के वर्षों में बेरोजगारी बढ़ी है. विभिन्न खदानों में खनन कार्य से सीधे तौर पर जुड़े मजदूरों की संख्या में काफी कमी आ गई है. पिछले चार साल में 38,144 मजदूर कम हो गए हैं. इसका सबसे अधिक प्रभाव कोयला खनन में पड़ा है. कोयला खनन में चार साल पहले मजदूरों की संख्या 2,10,123 थी, जो अब घट कर 1,86,317 ही रह गई है. इस हिसाब से इस क्षेत्र में 23806 मजदूर कम हो गए हैं.
आयरन ओर खनन में 11,136 मजदूरों की कमी
राज्य के आयरन ओर खदानों में सीधे तौर पर जुड़े मजदूरों की संख्या में भी काफी कमी आई है. इस क्षेत्र में चार साल पहले 17,132 मजदूर काम कर रहे थे. जो अब घट कर 5996 रह गए हैं. इस हिसाब से 11,136 मजदूर कम हो गए हैं. इसी तरह बॉक्साइट खनन कार्य से सीधे तौर पर जुड़े मजदूरों की संख्या में 2656 मजदूरों की कमी हुई है. ग्रेफाइट खनन में एक भी मजदूर नहीं है. चार साल पहले इस क्षेत्र में 492 मजदूर कार्यरत थे.
किस खनन क्षेत्र में साल दर कितने मजदूरों की हुई कमी
आयरन ओर
वर्ष मजदूरों की संख्या
2019-20 17132
2020-21 14122
2021-22 13292
2022-23 12672
2023-24 5996
कोयला खनन
वर्ष मजदूरों की संख्या
2019-20 210123
2020-21 194263
2021-22 219389
2022-23 213874
2023-24 186317
बॉक्साइट खनन
वर्ष मजदूरों की संख्या
2019-20 580
2020-21 397
2021-22 5138
2022-23 5440
2023-24 2784
ग्रेफाइट
वर्ष मजदूरों की संख्या
2019-20 492
2020-21 104
2021-22 00
2022-23 00
2023-24 00
कायनाइट
वर्ष मजदूरों की संख्या
2019-20 00
2020-21 00
2021-22 55
2022-23 81
2023-24 27