Jharkhand: 20 दिनों में तीन पुलिसकर्मी की हत्या, दो घटनाओं में शामिल अपराधी फरार

Update: 2024-08-17 09:09 GMT
Ranchi रांची: झारखंड में बीते 20 दिनों के दौरान अलग-अलग जिले में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गयी. इनमें से दो पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या की गयी थी. जबकि एक पुलिसकर्मी को लोहे के रॉड मारकर और गला दबाकर मौत के घाट उतारा गया था. तीनों हत्याकांड में से केवल एक कांड में शामिल अपराधी को गुमला पुलिस ने गिरफ्तार किया. अन्य दो घटनाओं में शामिल अपराधी अब तक पुलिस के गिरफ्त से दूर हैं. झारखंड में बीते चार साल में हुई पुलिसकर्मियों की हत्या का आंकड़ा देखें तो राज्य के अलग-अलग जिले में दो दरोगा समेत दस पुलिसकर्मियों को अपराधियों ने मौत के घाट उतार दिया. जबकि अपराधियों की गोली से चार पुलिसकर्मी घायल भी हुए.
गुमला में पुलिस जवान की हत्या में शामिल अपराधी गिरफ्तार:
गुमला में बीते 29 जुलाई को साहेबगंज जिला पुलिस के जवान और गुमला विशुनपुर थाना क्षेत्र के टीटीही गांव के निवासी अभिषेक उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना नेतरहाट घाटी में हुई थी. इस घटना का जिम्मा राहुल सिंह नाम के अपराधिक गिरोह ने ली थी. इस कांड में संलिप्त अपराधी नीरज कुमार मिश्रा उर्फ रिंकू पंडित को गुमला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि अभिषेक कुमार की हत्या नेतरहाट स्थित जमीन की खरीद-बिक्री में अवैध कमीशन नहीं मिलने के कारण की गयी.
सब इंस्पेक्टर की हत्या में शामिल अपराधी की अबतक नहीं हो पायी पहचान
राजधानी रांची में स्पेशल ब्रांच में तैनात एक सब इंस्पेक्टर की बीते दो अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. अनुपम कच्छप नाम के सब इंस्पेक्टर का शव रांची रिंग रोड से बरामद किया गया था. इस घटना के 16 दिन बीत गये हैं. लेकिन अब तक इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों की पहचान भी हो सकी है.
पुलिस की हत्या के आरोपी कैदी को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पायी पुलिस
हजारीबाग में सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया था. यहां शेख भिखारी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कैदी मो. शाहिद अंसारी ने बीते 11 अगस्त की रात सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी चौहान हैंबरॉम की हत्या कर फरार हो गया था. शाहिद अंसारी पर धनबाद में हत्या और बलात्कार करने के आरोप में सजा हुई थी. 11 जनवरी 2019 को सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसे धनबाद जेल से हजारीबाग लाया गया. लगभग पांच साल से शाहिद अंसारी हजारीबाग जेल में बंद था. इस घटना के छह दिन बाद भी पुलिस अब तक शाहिद को गिरफ्तार नहीं कर पायी है
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