झारखंड : नगर निकाय कर्मियों की हड़ताल, जनजीवन हुई प्रभावित

Update: 2022-07-13 10:27 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : पांच सूत्री मांगों को लेकर नगर निकाय कर्मियों की हड़ताल से शहर के चौक-चौराहे पर कूड़ा का अंबार इकट्ठा हो गया है। मेदिनीनगर सिटी के अलावा हुसैनाबाद, विश्रामपुर, छतरपुर, हरिहरगंज में भी कूड़ा का उठाव ठप है। इससे स्थिति मंगलवार को स्थिति नारकीय बन गई है। झारखंड लोकल बॉडिज इम्पलाईज फेडरेशन के बैनर तले निकाय कर्मी तीन दिनी सांकेतिक हड़ताल पर हैं। सांकेतिक हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को मेदिनीनगर में नगर निगम के कार्यालय के स्टाफ एवं सफाई कर्मी निगम कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना-प्रदर्शन किया।

चरणबद्ध आंदोलन चलाने की चेतावनी : फेडरेशन के मेदिनीनगर नगर निगम इकाई के अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि कर्मी अपने मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलायेंगे। इसकी शुरूआत तीन दिनी सांकेतिक हड़ताल से की गयी है। सरकार अगर पांच सूत्री मांगों को पूरा करने की दिशा में गंभीरता नहीं दिखाती है तब अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा। निगम कार्यालय के प्रधान सहायक धीरज कुमार ने कहा कि राज्य सरकार की मनमानी नही चलेगी। कर्मियों को उनका हक एवं सुविधा देना ही पड़ेगा। निकाय कर्मियों की मांग है कि सर्वोच्च्य न्यायालय तथा उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का सेवा नियमित किया जाए। नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से नगर निकाय को स्थापना मद में दी जा रही अनुदान एवं ऋण की राशि को बरकरार रखा जाए। नगर निकाय में कार्यरत सभी कर्मियों के खतरनाक कार्य को देखते हुए 20 लाख रुपये का बीमा किया जाए। नगर निकाय में भी पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाए। एनजीओ के माध्यम का काम कराने की नीति पर रोक लगायी जाए।
source-hindustan


Tags:    

Similar News