जनता से रिश्ता : vधनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश अष्टम उत्तम आनंद की मौत के मामले में मंगलवार को कोर्ट में दोनों आरोपियों ने सफाई बयान दर्ज कराया। ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके साथी राहुल वर्मा को धनबाद मंडल कारा से सीबीआई के विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट में सफाई बयान देते हुए लखन वर्मा ने माना कि जज को टक्कर उसने मारी थी। वह नशे में था, इसलिए टक्कर लग गई। उसने जान-बूझकर जज को धक्का नहीं मारा था।
घटना के दिन कथित तौर पर लखन वर्मा के साथ ऑटो में मौजूद रहे राहुल वर्मा ने कोर्ट में यूटर्न लेते हुए कहा कि लखन वर्मा उसे फंसा रहा है। उसका दुर्घटना से कोई लेना-देना नहीं है। कोर्ट में करीब दो घंटे तक आरोपियों का सफाई बयान लिया गया। सीबीआई के विशेष अभियोजक अमित जिंदल और बचाव पक्ष के अधिवक्ता कुमार विमलेंदु की उपस्थिति में कोर्ट ने आरोपियों से 79 सवाल किए। अधिकांश सवालों का जवाब आरोपियों ने ना में दिया।
दोनों ने ऑटो और मोबाइल चोरी की बात कबूली
दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे मोबाइल, कीमती सामान और रुपए की आदतन चोरी करते थे। दोनों ने ऑटो चोरी करने की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि ऑटो चोरी करने के बाद राहुल ने ईंट से पीछे का नंबर प्लेट खींचकर तोड़ दिया। फिर टूटे नंबर प्लेट को मंदिर के पास फेंक दिया, जबकि आगे का नंबर प्लेट लखन वर्मा ने तोड़ा था। घटना से पूर्व राहुल ने लखन को मोबाइल चोरी करने की बात कही थी।
source-hindustan