झारखंड बंद का पांच जिलों में जबरदस्त असर, दर्जनों ट्रेन फंसी, कई हाईवे ठप
रांची (आईएएनएस)। संताली भाषा को झारखंड में प्रथम राजभाषा का दर्जा देने, ओलचिकी लिपि में पाठ्य पुस्तकों का प्रकाशन करने, संताली एकेडमी का गठन करने एवं राज्य के स्कूल-कॉलेजों में इस भाषा की पढ़ाई जैसी मांगों को लेकर जनजातीय संगठनों की ओर से मंगलवार को बुलाए गए 12 घंटे के झारखंड बंद का राज्य के कई इलाकों में जबरदस्त असर पड़ा।
जमशेदपुर, चाईबासा, रामगढ़, दुमका, सरायकेला-खरसावां जिलों में हाइवे से लेकर रेलवे ट्रैक तक को बंद समर्थकों ने ठप कर दिया। कुछ अन्य जिलों में भी बंद समर्थकों ने सड़कें जाम की। टाटा-खड़गपुर रेल सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन मंगलवार सुबह से ही ठप रहा। रांची-टाटा, रांची-पटना, दुमका-रामपुरहाट, दुमका-भागलपुर, चाईबासा-टाटा सहित कई प्रमुख सड़कों पर हजारों की तादाद में उतरे बंद समर्थकों ने जगह-जगह जाम लगा दिया। जगह-जगह वाहनों की लंबी कतार लग गई। अलग-अलग जगहों पर जाम में फंसे हजारों लोग परेशान रहे। सड़कों पर कई जगहों पर टायरों में आग लगा दी गई। रेल पटरियों पर जहां-तहां बंद समर्थक धरना देकर बैठे रहे।
बंद बुलाने वाले सबसे बड़े संगठन ओलचिकी हूल बैसी के प्रदेश महासचिव दुर्गाचरण मुर्मू ने कहा है कि 12 घंटे का यह बंद तो सिर्फ सरकार तक अपनी मांगों का संदेश पहुंचाने के लिए बुलाया गया है। हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन बंद बुलाया जाएगा। चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत गोविंदपुर, हल्दीपुखुर रेल खंड के तालाबुरु रेलवे फाटक, खड़गपुर रेल मंडल के घाटशिला व धालभूमगढ़ स्टेशनों के बीच स्थित चिरुगुड़ा, संथाल परगना में दुमका-रामपुर रेलखंड पर बंद समर्थकों के बैठे रहने की वजह से दर्जनों ट्रेनें जहां-तहां खड़ी रहीं। लंबी दूरी की कई ट्रेनों का परिचालन रेलवे को परिवर्तित मार्गों से करना पड़ा।
टाटानगर-बदामपहाड़ मेमू स्पेशल, गोरखपुर-शालीमार एक्सप्रेस, ओखा-शालीमार एक्सप्रेस, सीएसएमटी-हावड़ा मुंबई मेल, पुणे-हावड़ा आजाद हिंद एक्सप्रेस, एलटीटी शालीमार कुर्ला एक्सप्रेस, अहमदाबाद-हावड़ा एक्सप्रेस, जैसी कई ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर रुकी रही। जमशेदपुर और चाईबासा के कई इलाकों में बाजार भी बंद रहे।
बहरागोड़ा में हाईवे 49 और हाईवे 18 को सुबह से ही सैकड़ों पुरुष और महिला आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया। इन दोनों सड़कों पर आठ से दस किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। इसी तरह दुमका में रामपुरहाट और भागलपुर जाने वाली मुख्य सड़कों पर आंदोलनकारी सुबह आठ बजे से ही जमे रहे। रामगढ़ जिले में रांची-पटना रोड को घंटों जाम रखा गया। बंद समर्थकों के आगे पुलिस-प्रशासन की एक न चली। चांडिल, मुसाबनी, आदित्यपुर, चाकुलिया, चाईबासा सहित कई स्थानों पर बाजार-हाट में भी सन्नाटा रहा।