Ranchi रांची : झारखंड में हर दिन 72 अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे जा रहे हैं. झारखंड पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 10 माह (जनवरी से अक्टूबर 2024) में राज्य के अलग-अलग जिले से कुल 21397 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. इस अवधि में पुलिस ने 607 हथियार और 3555 राउंड गोली भी बरामद की है.
पिछले दस महीने में 21397 अभियुक्त हुए गिरफ्तार :
– जनवरी : 2139
– फरवरी : 1643
– मार्च : 2374
– अप्रैल : 2493
– मई : 1804
– जून : 2075
– जुलाई : 1881
– अगस्त : 2386
– सितंबर : 1893
– अक्टूबर : 2709
– कुल : 21397
झारखंड में संगठित अपराध का बढ़ता दायरा
झारखंड में आपराधिक गिरोह की सक्रियता का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. राज्य में सक्रिय कई आपराधिक गिरोहों ने कानून-व्यवस्था को खुली चुनौती दे रखी है. इन गिरोहों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इनके सदस्य अक्सर एक-दूसरे के पुराने साथी होते हैं. समय के साथ इनमें फूट पड़ती है और ये खुद का नया गिरोह बना लेते हैं.
झारखंड में इन कुख्यात गिरोह का है आतंक
राज्य में इन दिनों सर्वाधिक आतंक जेल में बंद अमन साहू और उसके गिरोह के साथियों का है, जो कानून व्यवस्था के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. इसी तरह पांडेय गिरोह, प्रिंस खान गिरोह, अमन श्रीवास्तव गिरोह और सुजीत सिन्हा गिरोह भी राज्य में सक्रिय हैं. हालांकि देखा जाये तो इन गिरोह के अधिकतर सरगना गिरफ्तार होने के बाद विभिन्न जेलों में हैं, लेकिन इनके गुर्गे आतंक मचाए हुए हैं.
इंटरनेट से आये कॉल को ट्रेस करने में पुलिस नाकाम
झारखंड के अलग-अलग जिलों में अपराधी इंटरनेट कॉल के जरिये कारोबारी को फोन कर रंगदारी और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. इंटरनेट के जरिए किये जाने वाले कॉल में वर्चुअल नंबर का यूज किया जाता है, जिसे ट्रेस करना काफी मुश्किल है. इसके लिए ना तो मोबाइल की जरुरत होती है और न ही सिम कार्ड की. सिमकार्ड का इस्तेमाल न होने की वजह से टावर का लोकेशन सहित अन्य जानकारी ट्रेस करने में पुलिस नाकाम रह जाती है. राजधानी रांची में भी कई लोगों को धमकियां मिली है. जिसे पुलिस ट्रेस नहीं कर पायी है