झारखण्ड ; 700 महिलाओं को बनाया ठगी का शिकार, बोला 30 दिन में पैसा होगा दोगुना

Update: 2023-08-18 13:19 GMT
देवघर में डेवलप ड्रीम फाउंडेशन ने तीस दिन में रकम दोगुना करने के नाम पर करीब 700 से अधिक महिलाओं को झांसे में लेकर करोड़ों की ठगी की गई. इसके आरोपी अभियान सिंह को रांची की डोरंडा पुलिस ने गिरफ्तार कर देवघर ले गए. अभियान की गिरफ्तारी की ख़बर मिलते ही सैंकड़ो महिलाएं रिखिया थाना पहुंची. इस मामले में देवघर के एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ रिखिया थाना में भी मामला दर्ज है. अब देवघर पुलिस भी आरोपी से पूछताछ करेगी. ये वहीं महिलाएं हैं, जो कुछ रोज पहले तक घूम-घूमकर लोगों को रकम दोगुनी करने का भरोसा दिलाती नजर आ रही थी.
 ड्रीम फाउंडेशन ने दिखाया सपना
डेवलप ड्रीम फाउंडेशन नाम की संस्था से जुड़कर अपने सपने को साकार करने का दावा करती नजर आ रही थी, लेकिन आज यही महिलाएं जिले के एसपी के पास गुहार लगाने पहुंची हैं. पहले तो इस ठग ने महिलाओं को ठगा और इनके जरिए ना जानें कितने लोगों को ठगा. जैसे ही संस्था का मकसद पूरा हुआ. वह करोड़ों की रकम समेट कर फरार हो गया.
30 दिन में पैसा होगा दोगुना
जिले के पुलिस कप्तान के पास अपनी गुहार लगाने पहुंची इन महिलाओं की मानें तो रिखिया थाना क्षेत्र में डेवलप्ड ड्रीम फाउंडेशन नाम की एक संस्था के माध्यम से सैकड़ों महिलाओं से करोड़ों की ठगी कर ली है. पीड़ित महिलाओं के मुताबिक संस्था पहले तो सदस्य बना कर महिलाओं को सस्ता राशन देने और 30 दिनों में रुपये दोगुना करने का झांसा दिया. जैसे ही इसका मकसद पूरा हुआ, वह मौके से फरार हो गए.
700 महिलाओं को बनाया ठगी का शिकार
पीड़ित महिलाओं के मुताबिक इस संस्था से करीब 700 महिलाएं चुनकर राशन वितरण के रूप में काम कर रही थी. वितरक के तौर पर इन महिलाओं ने संस्था के संचालक को लाखों रुपए एडवांस के तौर पर दिए. इन महिलाओं से ₹50000 से लेकर ढाई लाख रुपए तक एडवांस लिए गए थे. इसके साथ ही कई महिलाओं से 30 दिनों में रुपए डबल करने के नाम पर भी लाखों रुपए लिए गए और जब 2 महीने तक राशन नहीं दिया गया, तो महिलाओं ने संस्था से बात की. जिसके बाद इन्हें धमकियां मिलना शुरू हुआ और फिर दबाव बढ़ता देख यह सभी ठग दफ्तर में ताला बंद कर मौके से फरार हो गए.
करोड़ों की रकम लेकर हो गया फरार
ठगी की शिकार महिलाओं का आरोप है कि इस बाबत जब इन लोगों ने रिखिया थाने के SHO से शिकायत दर्ज कराने पहुंची तब थानेदार साहब ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया. वहीं, यह भी कहा कि इस संस्था के खिलाफ पहले से ही फर्जीवाड़े का केस दर्ज है. लिहाजा, कोई रास्ता ना देख फर्जीवाड़े की शिकार तमाम महिलाएं जिले के पुलिस कप्तान के पास गुहार लगाने पहुंच गईं. बहरहाल, देवलप ड्रीम फाउंडेशन की तरफ से दिखाए गए सपने के झांसे में फंसकर ठगी का शिकार हुई महिलाएं दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं. संस्था के इस मास्टरमाइंड के पकड़े जाने के बाद ठगी की शिकार महिलाओ में इंसाफ की उम्मीद जगी है.
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