धनबाद न्यूज़: झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (झमाडा) प्रबंधन प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट (पीएमसी) पर मेहरबान है. यह आरोप झमाडा के ही तकनीकी सदस्य (टीएम) रामप्रकाश सिंह ने लगाया है. उन्होंने इसकी शिकायत डीसी, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव से की है. शिकायत में उन्होंने गलत तरीके से 2 करोड़ 75 लाख रुपए का भुगतान का आरोप लगाया है.
टीएम ने आरोप लगाया कि झमाडा द्वारा निधि का विचलन कर कार्यपालक अभियंता सह तत्कालीन तकनीकी सदस्य को दरकिनार कर राशि का भुगतान कर दिया. दोनों पद पर कार्यरत इंद्रेश शुक्ला थे. वे पांच दिन के सीएल पर थे. सहायक अभियंता पंकज झा को कार्यपालक अभियंता का प्रभार मिला, लेकिन उन्हें वित्तीय प्रभार नहीं मिला था. जिस दिन टीएम योगदान करने वाले थे, उसके एक दिन पूर्व कंसल्टेंट कंपनी पीएमसी को भुगतान कर दिया. यह राशि डीएमएफटी से करना था लेकिन बाजार फीस की राशि से कर दिया गया, जो गलत है.
राम प्रकाश सिंह ने कहा कि पूर्व एमडी दिलीप कुमार के पास भी कई बार भुगतान के लिए फाइल भेजी गई थी, जिसे उन्होंने लौटा दिया था. तत्कालीन टीएम इंद्रेश शुक्ला ने भी भुगतान करने से मना कर दिया था. बता दें कि झमाडा में 311 करोड़ की राशि से विकास कार्य की निगरानी कंसल्टेंट कंपनी कर रही है. इधर, टीएम के आरोपों पर सहायक अभियंता पंकज झा ने बताया कि पीएमसी की दर नगर विकास से निर्धारित थी. उसी अनुरूप में हमलोगों ने भुगतान किया है.
पीएमसी को जो भुगतान किया गया है, उसमें डीएमएफटी से लेना-देना नहीं था. परामर्शी को भुगतान उनके द्वारा प्राप्त विपत्र और एकरारनामा की शर्तों के अनुरूप किया गया. इसका जवाब नगर विकास विभाग को भेजा गया है.
-सत्येन्द्र कुमार, प्रभारी एमडी