जमशेदपुर सुरक्षा से पूछताछ: वंदे भारत ट्रेन की तकनीक से यात्री बुकिंग कर रहे
दूसरे स्टेशन पर पहुंच पर जुर्माना भरना जारी है।
झारखंड : रांची से पटना के लिए चलने वाली वंदे भारत ट्रेन में हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन यात्री इसे यात्री ट्रेन बनाने की योजना बना रहे हैं। ट्रेन में सफर करने वाले यात्री बोगियों में सेंसर लगे दरवाजे पर बातें करते हैं। इस दौरान गेट में लगे सेंसर आवाज करते रहते हैं, फिर भी गेट से नहीं हटते। ऐसे में सेंसर के खराब होने की संभावना बढ़ गई है। महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रेन में यात्रा करने वाले रेलवे कर्मचारी या कर्मचारी भी उन यात्रियों से बात नहीं करते।
दूसरी बड़ी समस्या यह है कि वंदे भारत ट्रेन स्टेशन से पहले दरवाजा बंदा और यात्रियों के लिए ट्रेन से उतरने का अनाउंसमेंट होता है, लेकिन लोकल रिजर्वेशन कर देते हैं। जब ट्रेन खुलती है तो रेसकर उतरना चाहते हैं, लेकिन गेट लॉक होने के कारण फंस जाते हैं। दूसरे स्टेशन पर पहुंच पर जुर्माना भरना जारी है।
ट्रेन के एनाउंसमेंट पर ध्यान नहीं, स्टेशन पर डॉक्टर ठीक हो गया
पिछले हफ्ते पटना से रांची आ रही वंदे भारत ट्रेन में ऐसा ही मामला सामने आया था। पर्यटक को समुद्र तट पर बैठकर जंगली जगहें बात करने लगें। इसी बीच अनाउंसमेंट की गई कि ट्रेन स्टॉर्ट वाली है। यात्रियों के कुछ अपार्टमेंट उतर गए, जबकि कुछ ने ध्यान नहीं दिया, जिसके परिणामस्वरूप गेट ऑटो बंद हो गया। कुल शोर मचाते रहे, लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ। अंत: उन्हें अगला स्टेशन उतरना पड़ा। टीटीई ने अपनी फाइन भी वाइंस की।