जमशेदपुर न्यूज़: जल जीवन मिशन योजना के तहत जमशेदपुर पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल के बेको, सुकलारा, बेलाजुरी समेत आधा दर्जन ग्रामीण इलाकों में पाइप से जलापूर्ति योजना के क्रियान्वयन के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर कुल 26 करोड़ 27 लाख 45 हजार रुपये की स्वीकृति दी है.
जलशक्ति मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से 2019 में केंद्र प्रायोजित स्थान पर जल जीवन मिशन योजना शुरू की गई थी. योजना के तहत 2024 तक जिले के हर घर को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. वृहद स्तर पर लघु और बड़ी जलापूर्ति योजनाओं के निर्माण की स्वीकृति दी गई है. उक्त गांवों में नल के जरिए पानी की आपूर्ति के लिए विभाग के मुख्य अभियंता ने 28 करोड़ 39 लाख 7 हजार रुपये का प्राक्कलन तैयार किया था, लेकिन मुख्य सचिव अध्यक्षता में हुई बैठक में प्राक्कलन राशि घटकर 26 करोड़ 27 लाख 45 हजार हो गई और इसी राशि का विभागीय स्तर पर अनुमोदन किया गया. योजना से उक्त गांवों में 14 हजार 840 लोग लाभान्वित होंगे. इसके लिए इंटकवेल का निर्माण कराया जाएगा. इस योजना का जलस्रोत स्वर्णरेखा नदी है. योजना कमांड इलाके में पड़ने वाले स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, सरकारी, निजी संस्था जैसे सामुदायिक भवन, पंचायत भवन, अस्पताल आदि में भी नल का कनेक्शन किया जाएगा. ग्रामीण इलाकों के 880 गांवों की बड़ी आबादी को अभी भी शुद्ध पानी नहीं मिल रहा है.
74 प्रतिशत घरों में नल से पानी पहुंचाने का लक्ष्य
जिले में मात्र 26 प्रतिशत घरों में ही नल से पानी पहुंच रहा है. बाकी 74 प्रतिशत घरों में विभाग की ओर से पानी पहुंचाने की योजना पर काम किया जा रहा है. शहरी इलाके में सबसे बड़ी बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना का काम अबतक अधूरा है. इस योजना का काम 2015 में शुरू हुआ और 2018 तक सभी घरों में घर-घर पानी पहुंचाने का लक्ष्य था. लेकिन 2022 काम पूरा नहीं हो पाया है. 237 करोड़ की पेयजलापूर्ति योजना से बागबेड़ा, कीताडीह, घाघीडीह, करनडीह की 21 पंचायतों के 113 गांव और रेलवे क्षेत्र की 33 बस्तियों में पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य है.