स्कूलों में सावधानी बरतने और सख्ती बढ़ाने के निर्देश जारी, खेल गतिविधियों पर रोक

Update: 2022-04-26 03:03 GMT

रांची: विभिन्न राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते ताजा मामलों के बीच, झारखंड सरकार ने राज्य के स्कूलों में सावधानी बरतने और सख्ती बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। सरकार की ओर से जारी नवीनतम निर्देशों के तहत राज्य के स्कूलों में सुबह की सामूहिक प्रार्थना सभा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य खेल-कूद गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

झारखंड स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि देश के कुछ राज्यों में वैश्विक संक्रामक महामारी कोविड -19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है।
नियमित स्वास्थ्य जांच और आकस्मिक कोरोना जांच के निर्देश
इस संबंध में राज्य के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने झारखंड के स्कूलों के लिए नए कोविड-19 दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नई गाइडलाइन के अनुसार, स्कूलों को नियमित रूप से निकटतम स्वास्थ्य केंद्रों के साथ समन्वय में स्वास्थ्य जांच करने के लिए कहा गया है।
जिला प्रशासन को छात्रों और शिक्षकों के रैनडम कोविड-19 टेस्ट सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि सभी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल गतिविधियां निलंबित रहेंगी।
कोविड-19 के मामले बढ़ना चिंताजनक
झारखंड सरकार के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने सभी उपायुक्तों, जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को लिखे पत्र में कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा है।
सचिव ने दूसरे राज्यों में बढ़ रहे मामलों पर भी चिंता जताई है। शर्मा ने कहा कि देश के कई राज्यों में पिछले 15 दिनों से कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जो कि चिंताजनक है। इसलिए, ऐसे समय में अभी से ही बचाव संबंधी कदम उठाना बेहद जरूरी है।
स्कूल परिसर करने होंगे सैनेटाइज
स्कूलों को शुरुआत से पहले मुख्य परिसर, कक्षाओं, प्रयोगशालाओं और पुस्तकालय को नियमित तौर पर सैनेटाइज करना होगा।
वहीं, कम से कम 15 दिन में एक बार पूरे स्कूल परिसर को साफ और सैनेटाइज करना होगा।
मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
सभी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए कोविड वैक्सीन की डबल डोज सुनिश्चित की जाएगी।
किशोर वर्ग यानी 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग के विद्यार्थियों के टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
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