हेमंत ने दिया निर्देश : झारखंड में अब "जोहार" से होगी संबोधन की शुरूआत
जोहार” “सबका कल्याण करने वाली प्रकृति की जय” अर्थात “प्रकृति के प्रति संपूर्ण समर्पण का भाव ही जोहार है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : "जोहार" "सबका कल्याण करने वाली प्रकृति की जय" अर्थात "प्रकृति के प्रति संपूर्ण समर्पण का भाव ही जोहार है". झारखंड में अब कार्यक्रमों का शुभारंभ "जोहार" शब्द के संबोधन से शुरू होगा. कार्यक्रम में कोई भी सरकारी अफसर व कर्मचारी, नमस्ते, प्रणाम आदि से अपना संबोधन शुरू नहीं करेंगे. जोहार शब्द अब किसी भी कार्यक्रम के शुभारंभ का संकेत होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह निर्देश दिया है कि अफसर व कर्मी किसी भी कार्यक्रम में जोहार शब्द से अपना संबोधन शुरू करेंगे. सीएम बुधवार को प्रोजेक्ट भवन में झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित पदाधिकारियों का नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में सम्मिलित हुए. कृषि सेवा वर्ग-2 मूल कोटि के पद पर चयनित 129 नवनियुक्त पदाधिकारियों के बीच नियुक्ति पत्र बांटा.
संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हमने शपथग्रहण के साथ नियुक्ति की शुरुआत की है. हमे आगे बढ़ने से कोई नही रोक सकता है. सीएम ने कहा कि हर संसाधन हम उलब्ध करवा रहे है. आप किसी के भरोसे न रहे. नवनियुक्त अफसरों को सीएम ने कहा कि किसान तक आपके माध्यम से सरकार जुड़ेगी. आज इस जुड़ाव को मजबूती मिली. लंबे अरसे के बाद ये नियुक्ति हुई है. देर से ही सही हमने नियुक्ति की. प्रदेश में आधी आबादी खेती से जीवन चलाती है. इसलिए ये विभाग अहम है. कोरोना के समय कृषि ही वो क्षेत्र था जिसने आम लोगो को राहत मिली. देश कृषि प्रधान है. सरकार बनने के बाद कोरोना से लड़े है हम. इस दौरान कई चीजों पर सरकार ने फोकस किया. पहले किसानों को व्यवस्था नही मिलती थी. हमे जीना है तो अनाज ही खाना होगा. ऐसे में किसानों को सम्मान से देखे, उन्हें सम्मान दें.
मुख्यमंत्री ने कहा क हम अपने छमता से राज्य को लेकर चलेंगे. राज्य में लगातार नियुक्ति हो रही है. नियुक्तियों के लिए हम नियमावली बना रहे है. हमे राज्य की नींव को मजबूत करना है. सीएम ने कहा नवनियुक्त कर्मियों के लिए आज का दिन सुखद औऱ चुनौती वाला है. जीवन में किसी भी चुनौती से खबराना नहीं है. कार्यक्रम में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सहित अफसर व कर्मचारी उपस्थित थे.