अप्रूव एजेंसी से स्वास्थ्य विभाग लेगा कर्मचारी, टेंडर से नहीं हो सका एजेंसी का चयन

Update: 2023-01-25 07:11 GMT

धनबाद न्यूज़: स्वास्थ्य विभाग सदर अस्पताल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए किसी पुरानी एजेंसी से आउसोर्सिंग पर कर्मचारी रखने की तैयारी में है. पिछले दिनों टुंडी और बलियापुर के दौरे पर आए उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग के आरडीडी डॉ सिद्धार्थ सान्याल ने इसका निर्देश दिया है. इस निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग प्रक्रिया पूरी करने में जुट गया है.

अधिकारियों की मानें तो प्राथमिकता के आधार पर जिला में कार्यरत उस आउटसोर्सिंग एजेंसी से कर्मचारी लिया जाएगा, जिसका रेट सरकार से अप्रूव है. जिला में एजेंसी नहीं मिलने पर पड़ोसी जिलों में कार्यरत एजेंसी से और वहां भी मिलने पर राज्यस्तर पर कार्यरत एजेंसी से संपर्क किया जाएगा.

इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर अनुमोदन के लिए वरीय अधिकारियों को भेजा जाएगा. वहां से स्वीकृति मिलने पर आगे की कार्रवाई होगी. स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग पर लगभग 500 कर्मचारी रखे जाने हैं.

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी रखने के लिए वर्ष 2014 से कोशिश की जा रही है. दो बार पहले टेंडर निकाला जा चुका है, लेकिन यह सफल नहीं हो सका. तीसरी बार पिछले साल जून में टेंडर निकाला गया था. इस टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो सकी. मामला सिंगल टेंडर समेत कई अन्य तकनीकी पेंच में फंस गया है. अधिकारियों के अनुसार नया टेंडर करने में काफी समय लगेगा. इसके बाद भी प्रक्रिया पूरी होगी या नहीं, इसपर संशय है. इसे देखते हुए वैसी एजेंसी से कर्मचारी लेने की तैयारी चल रही है, जिसका रेट पहले से अप्रूव हो.

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्यरत है एजेंसी एसएनएमएमसीएच में आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी काम कर रहे हैं. यहां फ्रंटलाइन नामक एजेंसी कर्मचारियों की आपूर्ति कर रही है. इस एजेंसी को चयन एसएनएमएमसीएच में टेंडर प्रक्रिया से की गयी थी. संभावना जताई जा रही है कि जिला में कार्यरत होने के कारण यही एजेंसी स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता में रहेगी. किसी कारण यदि एजेंसी कर्मचारी आपूर्ति में असमर्थता जताती है, तब दूसरे विकल्पों पर विचार किया जाएगा. हालांकि फिलहाल अधिकारी इसपर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह रहे.

500 कर्मी रखे जाएंगे

स्वास्थ्य विभाग को सदर अस्पताल समेत जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी, शहरी सीएचसी, शहरी पीएचसी आदि में खाली पड़े पद के विरुद्ध आउटसोर्स पर कर्मचारी रखना है. इसमें नर्स, पारामेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मचारी आदि होंगे.

तकनीकी कारणों से टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है. स्वास्थ्य कार्य की गंभीरता को देखते हुए वैसे एजेंसी से कर्मचारी लेने की कोशिश की जा रही है, जिसका रेट सरकार के स्तर से अप्रूव हो. इसके लिए आला अधिकारियों को प्रस्ताव भेजा जाएगा.

- डॉ आलोक विश्वकर्मा, सिविल सर्जन

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