Hazaribagh : बारिश नहीं होने से किसान परेशान, बिचड़े बचाने की चिंता

Update: 2024-07-10 12:11 GMT
Hazaribagh हज़ारीबाग़ : मॉनसून की बेरुखी से परेशान किसान धान का बिचड़ा बचाने में जुटे हैं. सरकार की ओर से किसानों को अनुदान पर बीज वितरण किया जा रहा है, लेकिन खेतों में सिंचाई के लिए उन्हें किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. सरकार द्वारा सभी गांवों में तालाब, डोभा, कुआं आदि बनवाए जा रहे हैं, लेकिन इनमें केवल वर्षा का पानी पहुंचता है. प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसे तालाब, डोभा, पोखर बनाए गए हैं जिससे केवल संवेदक और अधिकारियों को ज्यादा फायदा हुआ. कटकमसांडी प्रखंड क्षेत्र में मॉनसूनी वर्षा नहीं होने से किसानों की परेशानी बढ़ती दिख रही है. किसान धान के बिचड़ा में भाड़े पर टैंकर लेकर पानी डाल रहे हैं. किसान को एक टैंकर पानी लाने में सात सौ रुपये खर्च करना पड़ रहा है. आद्रा नक्षत्र बीत जाने के बाद भी प्रखंड के कुएं, नदी, तालाब, पोखर से किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण
सिंचाई का खर्च बढ़ रहा है.
इस संदर्भ में किसान फिरोज खान, नरेश राणा, जानकी महतो, संजय राम, महताब खान ने बताया कि डोभा, कुआं, तालाब की खोदाई सही जगह होती किसानों को फायदा मिलता. खरीफ फसल की सिंचाई की सुविधा नहीं है. हमलोग हाइब्रिड बीज लगाते हैं लेकिन जिस तरह से मानसून की बारिश होनी चाहिए थी उस तरह से नहीं हो रही है. पहले के समय में आद्रा नक्षत्र में खेत, तालाब, डोभा, पोखर, कुआं और नदी में भर जाया करती थी, लेकिन आज के समय में किसान बारिश का इंतजार करते रहते हैं. दो तीन दिन में अगर वर्षा नहीं होती है तो धान का बिचड़ा नहीं बचेगा. ऐसे में हम किसान कर्ज कैसे चुकाएंगे.
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