धनबाद न्यूज़: हार्डकोक उद्यमी देसी कोकिंग कोल लेने से इनकार कर रहे हैं. नतीजतन ट्रेंच फाइव ऑक्शन में भाग लेने वाले उद्यमियों को कोयला कंपनियों को बैंक गारंटी वापस करना पड़ रहा है. बीसीसीएल की ओर से बैंक गारंटी वापस करना शुरू कर दिया गया है.
सीसीएल की ओर से भी उद्यमियों को बैंक गारंटी वापस करने का आश्वासन दिया गया है. बात करने पर उद्यमियों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विदेशी कोयले की कीमत में लगातार गिरावट आ रही है.
दूसरी तरफ गुणवत्ता के मामले में देसी कोयले के मुकाबले विदेशी कोयला काफी बेहतर हैं, इसलिए आयातित कोयला लेना बेहतर है. मालूम हो कि विदेशी कोयले की कीमत में गिरावट से विदेशी कोकिंग कोल का आयात बढ़ने की बात कोयला मंत्रालय की रिपोर्ट में भी स्वीकार की गई है. चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कोयले का आयात पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 16.76 बढ़ गया है. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में कोयले की आयात कीमतों में 60 तक गिरावट आई है.
कीमत व गुणवत्ता वजह इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह का कहना है कि देसी कंपनियां बेहतर कोयला नहीं दे रही हैं. गुणवत्ता के दृष्टिकोण से कोयला ठीक नहीं है. जब हार्डकोक बनेगा ही नहीं तो वैसे कोयले को लेने से क्या मतलब. दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोयले की कीमत में लगातार गिरावट हो रही है. रूस-यूक्रेन वार के कारण बीच में विदेशी कोयला महंगा हो गया था. अब कोयले की कीमत लगातार गिर रही है.
कई उद्यमियों को बैंक गारंटी वापस उद्यमी अमितेष सहाय ने कहा कि उनके नेतृत्व में कोल इंडिया की बैठक में शामिल होकर बैंक गारंटी वापस करने के लिए आवेदन दिया गया था. बीसीसीएल की ओर से पिछले दो-तीन दिनों में कई उद्यमियों को बैंक गारंटी का भुगतान हो गया. सीसीएल ने भी आश्वस्त किया है कि बैंक गारंटी वापस कर दी जाएगी. उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर सीसीएल से भी राशि वापस करने का आदेश हो जाएगा.