धनबाद न्यूज़: वर्कर्स कॉलेज में नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत झारखंड के विश्वविद्यालयों के लिए चार वर्षीय स्नातक के संशोधित पाठ्यक्रम और क्रेडिट विषय पर कार्यशाला का आयोजन वर्कर्स कॉलेज में किया गया.
इसमें उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी डॉ. पीके पाणी ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों के विकास की संभावनाओं और उनके पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि नई व्यवस्था में चार वर्षीय पाठ्यक्रम को अधिकतम 7 वर्ष में पूरा किया जा सकता है. विद्यार्थी प्रत्येक वर्ष 40 क्रेडिट की शिक्षा पूर्ण कर प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे, परन्तु इसके लिए 12 क्रेडिट का अतिरिक्त प्रोजेक्ट पूरा करना होगा. तीसरे वर्ष की पढ़ाई सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद स्नातक प्रतिष्ठा की उपाधि प्रदान की जा सकेगी. तीन वर्ष की पढाई में 7.5 सीजीपीए प्राप्त करनेवाले विद्यार्थी ही चौथे वर्ष में प्रवेश ले सकेंगे. चौथे वर्ष की पढ़ाई सफलतापूर्वक करने के बाद विद्यार्थी को शोध सहित स्नातक की उपाधि प्रदान की जाएगी. कार्यशाला के आरंभ में सभी का स्वागत करते हुए प्राचार्य डॉ. सत्यप्रिय महालिक ने कहा कि झारखंड में नई शिक्षा नीति को अंगीकृत कर लिया गया है, पुन इसके पाठ्यक्रम में कई प्रकार के बदलाव भी किए गए हैं, जिनको विस्तारपूर्वक जानना सभी के लिए आवश्यक है. कार्यक्रम का संचालन आईक्यूएसी प्रभारी कुमारी प्रियंका ने किया. धन्यवाद देते हुए डॉ. एके महापात्रा ने किया. इसके पहले कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी डॉ. पीके पाणी ने महाविद्यालय परिसर में बनी कैंटीन का उद्घाटन किया.
कोविड-19 काल के पूर्व ही इस कैंटीन भवन का निर्माण हो चुका था. साथ ही इसके भवन का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन उद्घाटन किया था, परन्तु कैंटीन की सेवा आरंभ नहीं हो पाई थी. अब कैंटीन शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए खुल गई, जहां से वे किफायती कीमत पर नाश्ता और भोजन कर सकेंगे.