मालगाड़ी ने ऑटो को टक्कर मारी, हादसे के बाद चालक को 30 फीट तक घसीटा
चालक को 30 फीट तक घसीटा
रामगढ़ (झारखंड). झारखंड के रामगढ़ जिले में दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। रामगढ़ के छोटकाकाना गांव जाने वाली सड़क पर एक मालगाड़ी ने ऑटो को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ऑटो करीब 30 फीट तक घसीटाता रहा। इस दर्दनाक हादसे में ऑटो चालक की जान चली गई। जानकारी के अनुसार जिस रेलवे फाटक के पास यह हादसा हुआ वहां की क्रासिंग पर फाटक नहीं है। इसके कारण ही ऑटो चालक नहीं समझा सका की मालगाड़ी आ रही है और हादसे का शिकार हो गया। घटना सोमवार की देर रात लगभग 1 बजे की है। घटना में कटेलिया बेड़ा निवासी टेम्पो मालिक सह चालक बलराम भुइयां उर्फ टुनटुन भुइयां उम्र 30 वर्ष पिता सिकंदर भुइयां का सिर धड़ से अलग हो गया।
मालगाड़ी ने मारी टक्कर, दो हिस्सों में बटा शरीर
जानकारी के अनुसार जिस मालगाड़ी से यह हादसा हुआ वह बरकाकाना से मुरी के लिए निकली थी। इस मालगाड़ी के इंजन ने सड़क पार कर रहे टेम्पो को टक्कर मार दिया। टक्कर के बाद मालगाड़ी ऑटो ड्रायवर को अपने साथ घसीटते हुए ले गई। हादसे में घटनास्थल पर ही ऑटो चालक की मौत हो गई। एक्सीडेंट बरकाकाना-मुरी रेल खंड के टीआरडी ऑफिस के समीप हुई।
मृतक के पिता के बयान पर हुआ केस दर्ज
घटना की सूचना पर सहायक सुरक्षा आयुक्त बरकाकाना योगेश यादव, आरपीएफ इंस्पेक्टर केके पासवान, जीआरपी थाना प्रभारी राम कुमार राम आदि मौके पर पहुंचे। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर जीआरपी थाना ले जाया गया और टेम्पो को पटरी से हटाया गया। सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। साथ ही मृतक के पिता के बयान पर केस दर्ज किया गया।
ऑटो चलाकर करता था परिवार का पोषण
जानकारी के अनुसार मृतक टेम्पो चालक के दो बच्चे हैं। वह टेम्पो चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। घटना के कारण ट्रेन लगभग एक घंटे तक घटनास्थल पर रूकी रही। इसके बाद मालगाड़ी को गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया। हालांकि इसको लेकर किसी भी ट्रेन का परिचालन बाधित नहीं रहा।
ग्रामीणों में आक्रोश, रेल फाटक या आरओबी निर्माण की मांग
घटना के बाद सुबह छोटकाकाना, कटेलिया बेड़ा, कैरा बिहार, नयानगर आदि गांव के लोग घटना स्थल पहुंचे। इसके बाद घटना को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए विरोध किया। आजसू नेता संजय यादव और भाजपा नेता त्रिभुवन यादव ने कहा कि इस जगह अबतक चार घटनाएं हो चुकी हैं। जिसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है। रेलवे प्रबंधन से तत्काल पटरियों के बीच प्लेट लगाने की मांग की गई। साथ ही सांसद जयंत सिन्हा ने रेलवे उच्च अधिकारियों से रेलवे फाटक या आरओबी निर्माण कराने की मांग रखी।