21 साल नहीं 16 साल में होना चाहिए लड़कियों की शादी : अल्पसंख्यक मंत्री
लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने को लेकर खूब बयानबाजी हो रही है और इसका विरोध भी। कोई कहता है
लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने को लेकर खूब बयानबाजी हो रही है और इसका विरोध भी। कोई कहता है कि शादी के लिए लड़कियों की उम्र बढ़ने के बजाय घटना चाहिए तो कोई कहता है कि अगर लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाई गई तो वह आवारगी करेंगी। जी हां, सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के विवादित बयान के बाद अब झारखंड अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफिजुल हसनझारखंड अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफिजुल हसन ने कहा है कि सरकार को लड़कियों के लिए शादी की उम्र बढ़ाने के बजाय कम करनी चाहिए।
लड़कियों की उम्र घटाकर 16 साल कर दिया जाना चाहिए, अगर नहीं तो इसे 18 साल ही रहने दें। मंत्री के इस बयान का भाजपा ने कड़ा विरोध किया है। विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक और बोकारो से विधायक विरंची नारायण ने कहा कि एक मंत्री को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। वे पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) के संभल सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 किए जाने का विरोध किया था। सांसद ने कहा था कि लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाई गई तो वह आवारगी करेंगी।