झारखंड न्यूज: झारखंड के जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्वर्णरेखा और खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। इसे लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की टीमों की तैनाती की गई है। दरअसल, बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात की वजह से जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां सहित झारखंड के कई जिलों में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है।
ओडिशा में ब्यांगबिल डैम का गेट खोले जाने के बाद जमशेदपुर में खरकई और स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जमशेदपुर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि जिले के तटीय इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है। आम लोगों से भी सतर्क रहने की अपील जारी की गई है। सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त रविशंकर शुक्ल ने गुरुवार को जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक कर सभी संबंधित विभागों और अधिकारियों को नदी के तटीय इलाकों में लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया है।
आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में किसी भी आपदा की स्थिति में राहत के लिए दस वार्डों में शेल्टर हाउस चिन्हित कर लिए गए हैं। चांडिल अनुमंडल में भी शेल्टर हाउस बनाए गए हैं। आवश्यकतानुसार गोताखोर, नाव, मोटर बोट, सेफ्टी किट आदि के इंतजाम किए गए हैं। उपायुक्त ने कहा कि शेल्टर हाउस में रखे जाने के लिए भोजन, दवाई आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।