झारखंड में 24 घंटे के अंदर डैम और जलाशयों में डूबने से पांच बच्चों की मौत
रांची (आईएएनएस)। झारखंड में पिछले 24 घंटों के दौरान डैम और जलाशयों में डूबने की तीन घटनाओं में पांच बच्चों की मौत हो गई। ये घटनाएं पलामू, पाकुड़ और हजारीबाग में हुई हैं। पलामू की घटना के बारे में बताया गया कि सोमवार को पिपरा प्रखंड स्थित बरवाडीह हाई स्कूल के दो बच्चे अन्य बच्चों के साथ स्कूल से दो किमी दूर पहाड़ से सटे एक डैम में चले गये। यहां नहाने के क्रम में डूबने से दोनों की मौत हो गयी। मृतकों की पहचान सातवीं कक्षा में पढ़नेवाले छात्र पीयूष और शिवम कुमार के रूप में की गयी है।
पीयूष शकलदीपा गांव निवासी विजय सिंह का पुत्र था वहीं शिवम मधुबाना गांव निवासी विक्रम सिंह का बेटा था। घटना के बाद बच्चों के परिजन अन्य ग्रामीणों के साथ स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
दूसरी घटना पाकुड़ की है जहां बंद खदान में सेल्फी लेने के चक्कर में दो नाबालिग गिरे और डूब गये। बताया गया कि महेशपुर के पास एक बंद खदान में दो नाबालिग सेल्फी ले रहे थे। इसी क्रम में वे गहरे पानी में गिरे और डूब गये। खदान में डूबने से उनकी मौत हो गयी। मृतकों की पहचान पश्चिम बंगाल के मुरारोई थाना क्षेत्र के कनकपुर गांव तथा दूसरे की पहचान नलहट्टी गांव निवासी के रूप में की गयी। घटना की सूचना मिलने पर दोनों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और बच्चों के शवों को लेकर चले गये।
तीसरी घटना हजारीबाग की है जहां चरही थाना क्षेत्र के पिपरा पंचायत के अंतर्गत 42 नंबर खदान में नहाने के क्रम में डूबने से आठ वर्षीया बच्ची की मौत हो गयी। घटना के बाबत ग्रामीणों ने बताया कि 42 कॉलोनी निवासी वैजयंती देवी अपने पति और तीन बच्चों के साथ बंद पड़े 42 नंबर खदान में नहाने और कपड़ा धोने के लिए गई थी। इस दौरान वो कपड़ा धोने लगी और उसके तीन बच्चे नहाने लगे।
नहाने के क्रम में तीनों बच्चे गहरे पानी में चले गये और डूबने लगे। जब वैजयंती ने अपने बच्चों को डूबते देखा तो किसी तरह उन्हें बचाने में जुट गई। लेकिन, एक बेटी को नहीं बचा सकी। घटना के बाद से रो-रोकर परिजनों का हाल बुरा है।