फिर से बिगड़ी शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत, चेन्नई ले जाने की तैयारी
रांची :शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की तबीयत एक बार फिर से खराब हो गयी है, बताया जा रहा है कि सुबह से ही वह अपने को अस्वस्थ्य महसूस कर रहे थें, जिसके बाद उन्हे पारस अस्पताल पहुंचाया गया,
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पारस अस्पताल पहुंच कर उनका हाल-चाल जाना है. बताया जा रहा है कि फिलहाल उनकी स्थिति ठीक है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सुझाव पर उन्हे एक बार फिर से चेन्नई ले जाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए विशेष विमान की व्यवस्था की जा रही है. यहां बता दें कि एक अगस्त को भी उनकी तबीयत बिगड़ गयी थी, जिसके बाद उन्हे पारस अस्तपाल में भर्ती करवाया गया था.
कोरोना संक्रमण के बाद बार-बार खराब होती रहती है उनकी तबीयत
याद रहे कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो कोरोना से बूरी तरह संक्रमित हो गये थें. तब रांची रिम्स में इलाज के बाद उन्हे सीएम हेमंत की सलाह पर चेन्नई भेजा गया था, जहां MGM अस्पताल, चेन्नई में करीबन सात महीनों तक उनका इलाज हुआ. बताया जाता है कि कोरोना वायरस ने उनके लंस को बूरी तरह बर्बाद कर दिया था, जिसके बाद चिकित्सकों ने उनके लंस को ट्रान्सप्लांट करने का फैसला लिया. हालांकि वह करोना को मात देने में तो सफल रहें, लेकिन उसके बाद उनकी तबीयत बार-बार खराब होते रहती है.
सुबह से ही बिगड़ गयी थी तबीयत
आज सुबह भी वह अपने को अस्वस्थ्य महसूस करने लगें, जिसके बाद उन्हे आनन-फानन में पारस अस्पताल में भर्ती करवाया गया. हालांकि अभी उनकी तबीयत ठीक बतायी जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सुझाव पर उन्हे चेन्नई ले जाने की तैयारी की चल रही है.
कोरोना संक्रमण के कारण ही उनके भाई की भी हुई थी मौत
यहां यह भी बता दें कि कोरोना ने ना सिर्फ जगरनाथ महतो को परेशान किया है, बल्कि उनके भाई की मौत भी इसी कोरोना संक्रमण के कारण हो गयी. उनका भाई वासुदेव महतो चंद्रपुरा प्रखंड के तारमी पंचायत के मुखिया भी थें, 16 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें बोकारो सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद उनकी चिकित्सा रांची मेडिका भी की गयी, लेकिन उनकी जिंदगी नहीं बच सकी, यही कोरोना की मार अब भी मंत्री जगरनाथ महतो को परेशान करती रहती है. आज भी वे अपने आप को पूरी तरह स्वस्थ्य महसूस नहीं कर पा रहे हैं. आज भी बीच बीच में उनकी तबीयत बिगड़ती रहती है.