पंकज के खिलाफ ईडी ने दर्ज किया एक और केस

Update: 2023-01-21 07:10 GMT

राँची न्यूज़: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के खिलाफ नई ईसीआईआर (इंफोर्समेंट कंप्लेन इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज की है. इस केस में ईडी ने साहिबगंज के कारोबारी विष्णु यादव उर्फ छोटू यादव, पवितर यादव, अमर कुमार यादव, नरेंद्र कुमार यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया है.

इस मामले में साहिबगंज के बोरिया थाने (जिरवाबाड़ी ओपी) में दर्ज केस नंबर 181/22 को ईडी ने ईसीआईआर का आधार बनाया है. साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार के बयान पर यह केस 26 जुलाई 2022 को दर्ज किया गया था.

ईडी ने पंचनामा में दर्ज किया था पंकज का नाम:

साहिबगंज में ईडी की टीम ने इस मामले में जब चालकों का बयान लिया, तब उन्होंने बताया था कि पंकज मिश्रा के कहने पर खनिज लदे ट्रकों का परिवहन हो रहा था. ऐसे में ईडी ने 25 जुलाई 2022 को तैयार पंचनामा में पंकज मिश्रा का नाम दर्ज किया था. वहीं उनके करीबी कारोबारियों की भूमिका भी इस मामले में सामने आयी थी.

बरहरवा टोल प्लाजा टेंडर मामले में जेल में है पंकज:

पंकज मिश्रा के खिलाफ अबतक तीन ईसीआईआर दर्ज हो चुके हैं. बरहरवा में टोल प्लाजा के टेंडर के मामले में दर्ज केस में वह जेल में है. इसी मामले की पड़ताल में यह बात सामने आयी थी कि टोल प्लाजा का टेंडर अवैध परिवहन के लिए ईडी ने हासिल किया था. इस मामले की पड़ताल में ही 1000 करोड़ के अवैध खनन का मामला ईडी ने उजागर किया. ईडी ने विजय हांसदा के बयान पर दर्ज कोर्ट कंप्लेन के आधार पर दूसरी ईसीआईआर दर्ज की थी. इस ईसीआईआर में पंकज मिश्रा, दाहू यादव, बच्चू यादव समेत अन्य को आरोपी बनाया गया था. वहीं डीएमओ विभूति कुमार के बयान पर दर्ज तीसरे केस में अब ईडी ने ईसीआईआर दर्ज किया है.

डीएसपी राजेंद्र दूबे ने सौंपा संपत्ति का विवरण:

साहिबगंज में अवैध खनन के मास्टरमाइंड पंकज मिश्रा से रिम्स में मुलाकात कर घिरे साहिबगंज के एसडीपीओ राजेंद्र दूबे ने संपत्ति का ब्योरा ईडी को सौंप दिया है. हालांकि राजेंद्र दूबे के द्वारा जो विवरण दिया गया है, उसकी समीक्षा ईडी के द्वारा की जा रही है. ईडी सूत्रों के मुताबिक, जो जानकारी मांगी गई थी, उसे आधा अधूरा ही भेजा गया है. राजेंद्र दूबे ने 10 अक्तूबर 2022 को नियम विरुद्ध रिम्स में न्यायिक हिरासत में बंद पंकज मिश्रा से मुलाकात की थी. इस मामले में 9 दिसंबर को ईडी ने राजेंद्र दूबे से पूछताछ भी की थी. ईडी यह पड़ताल कर रही है कि कहीं साहिबगंज में पोस्टिंग के दौरान अवैध खनन से अर्जित राशि की मनी लाउंड्रिंग में राजेंद्र दूबे तो संलिप्तत नहीं हैं. यही वजह है कि ईडी ने उनसे अपनी, अपने आश्रितों पर परिवार के करीबियों की पूरी चल-अचल संपत्ति की जानकारी मांगी थी.

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