रांची न्यूज: रांची में सेना की जमीन के अलावा कई भू-खंडों को फर्जी दस्तावेज के आधार पर बेच डालने के मामले में ईडी जांच की जद में कई और रसूखदार लोग आए हैं। ईडी की टीमों ने बुधवार को रांची में कांट्रैक्टर बिपिन सिंह समेत चार लोगों के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। रांची के खेलगांव, मोरहाबादी, अशोक नगर और बूटी मोड़ के अलावा जमशेदपुर के दो ठिकानों पर भी छापामारी चल रही है।इसी मामले में सबसे पहले बीते 13 अप्रैल को आईएएस छवि रंजन सहित 18 लोगों के 21 ठिकानों पर छापामारी के दौरान जमीन के सैकड़ों डीड, दस्तावेज और फर्जी कागजात बरामद किए गए थे। इस फजीर्वाड़े में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। आईएएस छवि रंजन से 24 अप्रैल को ईडी साढ़े दस घंटे तक पूछताछ कर चुकी है। उन्हें पुन: एक मई को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
सूत्रों ने बताया कि कांट्रैक्टर बिपिन को प्रवर्तन निदेशालय ने नोएडा में ट्रैक किया था। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम रांची स्थित उसके घर पहुंची। लेकिन उसे प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी की पूर्व सूचना मिल चुकी थी इसलिए सुबह साढ़े छह बजे ही पूरा परिवार और सामान समेत घर छोड़कर निकल गया। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मोरहाबादी स्थित फ्लैट संख्या 402 के मालिक प्रभात पांडेय को बुलाया और उसे सील कर दिया। इधर बिपिन को दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। मामला जमीन के गलत हस्तांतरण से जुड़ा है। इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई कर रहा है। बताया जाता है कि बिपिन ने जमीन के गलत हस्तांतरण के मामले में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। एक जमीन दलाल शेखर कुशवाहा के रांची में गाड़ीगांव स्थित आवास पर भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी कर रही है। इस मामले में दो दिन पहले सीएम हाउस के कर्मचारी उदय शंकर के घर पर भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की थी।