ईडी ने चीफ इंजीनियर के कई ठिकानों पर छापेमारी की, आपत्तिजनक कागजात बरामद

Update: 2023-02-22 14:23 GMT

रांची। झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की टीम ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर विरेंद्र राम के कई ठिकानों पर मंगलवार की सुबह से छापेमारी कर रही है। ईडी सूत्रों ने बताया कि विरेंद्र राम और आलोक रंजन नाम को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह ईडी के अधिकारी वीरेंद्र राम के ठिकाने पर पहुंचे जहां वो आलोक रंजन नामक व्यक्ति के साथ चाय का पी रहे थे। वकील कहे जाने वाले आलोक रंजन वही व्यक्ति हैं, जिन्हें वर्ष 2019 में झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो( एसीबी) ने गिरफ्तार किया था।

एसीबी ने विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा के जमशेदपुर स्थित परिसर में छापा मारा था और 2.67 करोड़ नकद रुपये बरामद किया था। तब यह राशि आलोक रंजन के कमरे से बरामद की गई थी, जिसके यहां उनके किरायेदार के रूप में रहने का दावा किया था।

क्ष सूत्रों ने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने पहले तो आलोक रंजन को नहीं पहचाना और उन्होंने नौकर होने का नाटक किया,लेकिन उसकी गतिविधि से ईडी के अधिकारियों को शक हुआ। इस पर ईडी के अधिकारियों ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान अधिकारियों को बता दी।

सूत्रों ने बताया कि ईडी ने वीरेंद्र राम के आठ एसयूवी, नई दिल्ली में डिफेंस कॉलोनी में चार घरों सहित छह घरों की खोज की है। जो 20 करोड़ रुपये से अधिक के हैं। इसके अलावा निवेश से संबंधित कागजात, गहनों के अलावा कई आपत्तिजनक दस्तावेज छापे के दौरान बरामद किये गये हैं। बरामद गहने की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का बताया जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार रांची, जमशेदपुर, पटना, दिल्ली, सीवान, हरियाणा सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। ईडी की टीम ने जब छापेमारी शुरू की तो वीरेंद्र राम सुबह करीब 9 बजे वसुंधरा एस्टेट में अपने एक डुप्लेक्स में थे।

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