टेंडर मैनेज मामले में ED ने जेवर कारोबारी संजय दीवान समेत दो से की पूछताछ
बरहरवा टेंडर मैनेज करने से जुड़े मनी लाउंड्रिंग मामले की ईडी जांच कर रहा है.
रांची : बरहरवा टेंडर मैनेज करने से जुड़े मनी लाउंड्रिंग मामले की ईडी जांच कर रहा है. इस मामले को लेकर ईडी ने बीते दिन सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत 15 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में ईडी ने कई लोगों को समन भेजा था. जानकारी के मुताबिक, संजय दीवान समेत दो लोग बुधवार की सुबह 10 बजे रांची एयरपोर्ट स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे थे. सभी से ईडी ने देर शाम तक पूछताछ की है. हालांकि पूछताछ किए जाने की ईडी की ओर से कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर केस दर्ज किया था
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंकज मिश्रा पर बीते चार जून को केस दर्ज किया था. उन पर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में वर्ष 2020 में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसी के तहत उन्हें अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था. शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम का नाम लिया था.इडी ने बरहरवा केस किया टेकओवर
साहिबगंज जिले के बरहरवा में जून 2020 के टेंडर विवाद में एक केस दर्ज किया गया था. जिसे इडी ने टेकओवर कर लिया है. बरहरवा का यह केस शंभु नंदन कुमार उर्फ शंभु भगत ने दर्ज कराया था. उन्होंने टेंडर विवाद के मामले में बरहरवा थाने में मंत्री आलमगीर आलम व पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. लेकिन दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी.
मंत्री के भाई की कंपनी टेंडर में थी शामिल
शंभु नंदन ने इडी को बताया कि मंत्री आलमगीर आलम के भाई की कंपनी नगर पंचायत बरहरवा में वाहन प्रवेश शुल्क वसूली के टेंडर में शामिल थी. उक्त कंपनी ने एक डमी कंपनी खड़ी कर पांच करोड़ रुपये तक की बोली लगवा दी. बाद में पैसा जमा नहीं कराने पर दूसरी बोली 1.46 करोड़ में लगा कर आलमगीर आलम की कंपनी ने ठेका ले लिया. शंभु ने यह भी बताया कि उन्हें इसकी भनक थी, इसलिए उन्होंने इस ठेके को 1.80 करोड़ में ले लिया. शंभु ने 22 अप्रैल को इडी में आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि कुछ संदिग्ध लोग पीछा कर रहे हैं.