धनबाद : सिंदरी तोड़फोड़ मामले में तीसरी प्राथमिकी दर्ज

शांति बहाली के प्रयास में जुटी पुलिस, मेला को लेकर बलियापुर थाना प्रभारी ने जताई चिंता

Update: 2022-08-28 04:40 GMT

Dhanbad : गुरूवार को हुए सिंदरी तोड़फोड़ मामले में घटना के 48 घंटे बाद घटना को लेकर तीसरा एफआईआर दर्ज किया गया. बता दें कि शहरपुरा बाजार में पुलिस के सामने ग्रामीणों ने हिंसक प्रदर्शन किया, नेहरू मैदान तक आम आदमी के वाहन को भी क्षतिग्रस्त किया. पत्थरबाजी से शहरपुरा बाजार में मौजूद महिला-पुरूष चोटिल हुए. घटना में भौंरा ओपी के प्रभारी हिमांशु कुमार को सिर में गंभीर चोट लगी. सिंदरी के थाना प्रभारी सुरेश प्रसाद और पाथरडीह के थाना प्रभारी अभय कुमार को भी चोट लगी. घटना के 36 घंटे बाद शुक्रवार रात को पुलिस ने बलियापुर और सिंदरी थाना में 60 नामजद और करीब दो हजार से अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया. जबकि, घटना के 72 घंटे बाद पुलिस एक भी हमलावर ग्रामीणों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हालांकि पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी कर रही है. बावजूद घटना के पुलिस के हाथ खाली हैं. शहरपुरा और सिंदरी क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति छाई हुई है. पुलिस की गश्त लगातार जारी है.

शनिवार को लक्की सिंह के रिश्तेदार अमर कुमार सिंह ने सिंदरी थाना में घटना को लेकर शिकायत दर्ज कराया. पुलिस को दी गई शिकायत में अजय महतो, प्रेम बाउरी, संजू महतो, पेले माझी, राणा राम, विकास राम, प्रदीप महतो, सतीस महतो, सीताराम महतो, विकास महतो, गणेश महतो, संतोष चौधरी, जयराम यादव, नसरुदीन खान, क्रांति महतो कुमार महती, दीपक महतो, गुलाम रजवार, जयदेव महतो, दीपू महतो, जादू महतो, रवि महतो, मंगल महतो, राजकुमार महतो, जगदीश रवानी, करण महतो सेत कुल 26 को नामजद एवं एक हजार से ज्यादा लोगो पर हथियार से कार्यालय में हमला कर छिनतई, चोरी संपति नष्ट करना, जानलेवा हमला करना, पुलिस को चोटिल करना, रंगदारी का आरोप लगाया गया है. साथ ही चार वाहन एक एम्बुलेंस, दूसरा कैम्पर संख्या-or14x0203, दो स्कोर्पियो गाड़ी संख्या JH10 AU 6366, JH10BT 6366 को क्षतिग्रस्त समेत 30 से 35 लाख रुपया का नुकसान पहुंंचाने का आरोप लगाया है. सिंदरी पुलिस ने काण्ड संख्या 93/20 के तहत आईपीसी धारा 147, 148, 149, 452, 427, 341, 323, 307, 379,एवं आम्र्स एक्ट 27 के तहत मामला दर्ज किया है.
सिंदरी थाना प्रभारी सुरेश प्रसाद ने कहा कि गुरुवार के घटना के क्रम में लक्की सिंह के रिश्तेदार अमर सिंह के शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. अनुसंधान जारी है.
मालूम हो कि हजारों की संख्या में दिनदहाड़े शहरपुरा बाजार में आकर कार्यालय और वाहनों में तोड़फोड़ करने से जहां लक्की सिंह और उनके समर्थकों के होश उड़े हुए हैं. वहीं सिंदरी नगर के लोग घटना की निंदा करने के साथ मंत्रणा में जुटे हुए हैं. औद्योगिक नगरी सिंदरी स्थापना काल से बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों का शहर रहा है. सिंदरी के मिट्टी का लाल सीबीआई के शीर्ष पद पर आसानी है वहीं देश विदेश में परचम लहरा रहा है. साल 1981 की घटना को अगर छोड़ दें तो पिछले 75 साल में सिंदरी नगर में इस तरह की घटना नहीं हुई. पुलिस प्रशासन को भी इस तरह की घटना की उम्मीद नहीं थी.
घटना को लेकर सिंदरी डीएसपी अभिषेक कुमार ने कहा कि पुलिस की ओर से सारे इंतजाम किए गए थे. बावजूद इसके हजारो लोगों की आक्रोशित भीड़ के बीच में पुलिस और अधिकारियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर शहरपुरा को जलने से बचा लिया. टारगेटेड हमला में किसी व्यक्ति को जख्मी होने नहीं दिया. घटना में हमारे तीन पुलिस अधिकारी जख्मी हो गए. डीएसपी ने कहा कि फिलहाल शहरपुरा में शांति है. बाजार में असामाजिक तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर है.
शांति बहाली के प्रयास में जुटी पुलिस, मेला को लेकर बलियापुर थाना प्रभारी ने जताई चिंता
25 अगस्त को तोड़फोड़ व उपद्रव की घटना के बाद पुलिस क्षेत्र में शांति बहाली के प्रयास में जुट गई है. बलियापुर थाना में 27 अगस्त की शाम थाना प्रभारी श्वेता कुमारी के नेतृत्व में गणमान्य लोगों की बैठक हुई. इसमें क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए. थाना प्रभारी श्वेता कुमारी ने कहा कि सिंदरी में हुई घटना में बलियापुर थाना क्षेत्र के लोग भी शामिल थे. दो गुटों की लड़ाई को राजनीतिक रूप देते हुए बदले की भावना से ग्रामीणों को उकसा कर इस लड़ाई में झोंका गया. षड्यंत्र के तहत गैर कानूनी तरीके से भीड़ इकट्ठा करने और लोगें को उकसाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने थाना क्षेत्र के सिंदरी रंगामांटी में आयोजित होने वाले मेला को लेकर चिंता जताई. कहा कि मेला की आड़ में माहौल बिगाड़ने की पूरी संभावना है. कहा कि लोगों को गुमराह करने वाले असामाजिक तत्वों पर पुलिस की नजर है. ग्रामीणों से अनुरोध किया कि किसी के बहकावे में आकर ऐसी घटनाओं में शामिल ना हों. पुलिस का सहयोग करें. बता दें कि मेला के दौरान हिंसक वारदात लगातार होते रहे हैं. सिंदरी और बलियापुर में इस वक्त माहौल ठीक नहीं है. ऐसे में मेला का आयोजन पर सिंदरी नगर के लोग भी चिंता जताई है. लेकिन, पुलिस प्रशासन इसको लेकर संवेदनशील नहीं दिखाई देती जबकि यह गंभीर मसला है. मेला का आयोजन की बागडोर इसबार ग्रामीण के हाथ है. हिंसक झड़प की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता.
बैठक में सर्किल इंस्पेक्टर जगदेव पाहन तिर्की, सांसद प्रतिनिधि घनश्याम ग्रोवर, रामदेव पांडे, दूधिया पंचायत के मुखिया उत्तम चौबे, सिंदूरपुर के मुखिया प्रतिनिधि समीर मुर्मू, मिट्ठू सरिया, कुलदीप अग्रवाल, मुखिया संजय गोराई, सिंदरी नगर भाजपा के दिनेश सिंह, पूर्व मुखिया रफीक अंसारी आदि मौजूद थे.


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