धनबाद दिल के प्रति प्रतिस्पर्धा नहीं, अनुशासित जीवन जरूरी डॉक्टर चव्हाण
अनुशासित जीवन जरूरी डॉक्टर चव्हाण
झारखण्ड दिल का दौरा दुनिया भर में मौत का एक प्रमुख कारण है. हृदय की मांसपेशियों को होने वाले नुकसान को कम करने और सफल रिकवरी की संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए शीघ्र उपचार की जरूरत होती है. कई तरह के रिस्क होते हैं. इसलिए लोगों को अपने दिल की सुरक्षा को लेकर जागरूक होना चाहिए.
इस बार वर्ल्ड हार्ट डे का थीम भी जागरुकता यानी यूज हार्ट, नो हार्ट है. कहने का मतलब हृदय के बारे में जानें और एहतियात बरतें. यह बात असर्फी अस्पताल के जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सूरज एच चवण ने कही.
डॉ चवण बोले कि हृदय में ऑक्सीजन युक्त रक्त की कमी हृदय की मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है या नष्ट कर सकती है, जिससे सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और अन्य लक्षण हो सकते हैं. सीने के दर्द को गैस समझने की गलती नहीं करें. काफी लोग यह गलती करते हैं. सावधानियां बरतें. अनुशासित जीवन बहुत जरूरी है. धनबाद जैसे शहर में दिल के मरीजों की संख्या बहुत है. हृदय से संबंधित कई तरह की शिकायतें लेकर लोग पहुंचते हैं. असर्फी अस्पताल में तो हर दिन ऐसे ऐसे मरीज आते हैं, जिनको बायपास सर्जरी, एंजियोप्लास्टी आदि की जरूरत होती है. इसलिए सावधानी जरूरी है. वर्ल्ड हार्ट डे को लेकर को असर्फी अस्पताल की ओर से जागरुकता के लिए चिकित्सकों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भी कई जानकारी दी गई. मौके पर डॉ बिपिन सिन्हा ने कार्डियक इमरजेंसी में प्राइमरी एंजिओप्लास्टी के महत्व को बताया. डॉ सतीश नटराजन एवं डॉ उदय शंकर भी मौजूद थे. उन्होंने बताया की वर्ल्ड हार्ट डे एक वैश्विक अभियान है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है. मौके पर नई ओपीडी बुक का बिमोचन किया गया. अस्पताल के निदेशक उदय सिंह, वाइस प्रेसिडेंट सुभांशु रॉय, कारपोरेट हेड संतोष सिंह, जीएम स्वाति सिन्हा आदि भी मौजूद थे.
स्वथ्य दिल के लिए इन बातों का ख्याल रखें
तनाव और चिंता साइलेंट किलर, हृदय रोग की सबसे बड़ी वजह. इसलिए तनाव मुक्त रहें और छोटी-छोटी बातों पर चिंतित होना बंद करें.
मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय से संबंधित रोगों को जन्म देती हैं. इसके लिए अपनी दिनचर्या में आवश्यक बदलाव करें
अपने लिए नियमित समय निकालें. व्यायाम-वॉक एक सेहतमंद जिंदगी के लिए आवश्यक है. अपनी दिनचर्या में योग और वॉक को शामिल करें.
आहार पर विशेष ध्यान. नमक और वसा कम करें. ताजे फल और सब्जियों को अपने मेनु में शामिल करें.
धूम्रपान का सेवन बिल्कुल बंद कर दें, हृदय के साथ यह कई रोगों का कारक है. भरपूर नींद लें