Dhanbad: सैलून में काम करने वाले व्यक्ति ने लगाई फांसी

Update: 2024-10-03 12:09 GMT
Dhanbad धनबाद : धनबाद थाना क्षेत्र की भेलाटांड़ मांझी बस्ती में रहने वाले एक अधेड़ व्यक्ति रामाशीष शर्मा ने बुधवार की रात पंखा के सहारे फांसी लागाकर आत्महत्या कर ली. वह सैलून में नाई का काम करता था. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की और शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया. स्थानीय लोगों ने बताया कि रामाशीष शर्मा मूलतः बिहार के सेखपुरा जिले के बरौना गांव का रहने वाला था. वह धनबाद में पिछले 25 वर्षों से किराए के कमरे में अकेले रहता था. उसका परिवार गांव में रहता है. वह यहां पुलिस लाइन आईएसएम के पास कुमार हेयर कटिंग सैलून में काम करता था. गुरुवार की सुबह सैलून में काम करने वाला उसका साथ उसे लेने के लिए आया, तो दरवाजा अंदर से बंद था. बगल में ही उसके जीजा भी रहते हैं. जीजा ने दरवाजा खोलवाने की कोशिश की, लेकिन नहीं खुला. अंत में आसपास के लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया, मां रामाशीष शर्मा पंखे से झूलता मिला. इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई.
बताया गया कि रामाशीष शर्मा पिछले शनिवार को ही अपने गांव से लौटा था. वह काफी अपसेट लग रहा था. परिवार में रामाशीष की पत्नी, 2 बेटे व 4 बेटियां हैं. परिवार को घटना की सूचना दे दी गई. परिवार काफी गरीब है. उनके पास शव ले जाने के लिए पैसे नहीं हैं. इसे देखते हुए स्थानीय लोगों ने पैसे का जुगाड़कर शव उसके गांव ले जाने की तैयारी शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारी उमेर अहमद ने बताया कि रामाशीष शर्मा अपने जीजा के माध्यम से सैलून में काम करता था. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.Dhanbad : धनबाद थाना क्षेत्र की भेलाटांड़ मांझी बस्ती में रहने वाले एक अधेड़ व्यक्ति रामाशीष शर्मा ने बुधवार की रात पंखा के सहारे फांसी लागाकर आत्महत्या कर ली. वह सैलून में नाई का काम करता था. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की और शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया. स्थानीय लोगों ने बताया कि रामाशीष शर्मा मूलतः बिहार के सेखपुरा जिले के बरौना गांव का रहने वाला था. वह धनबाद में पिछले 25 वर्षों से किराए के कमरे में अकेले रहता था. उसका परिवार गांव में रहता है. वह यहां पुलिस लाइन आईएसएम के पास कुमार हेयर कटिंग सैलून में काम करता था. गुरुवार की सुबह सैलून में काम करने वाला उसका साथ उसे लेने के लिए आया, तो दरवाजा अंदर से बंद था. बगल में ही उसके जीजा भी रहते हैं. जीजा ने दरवाजा खोलवाने की कोशिश की, लेकिन नहीं खुला. अंत में आसपास के लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया, मां रामाशीष शर्मा पंखे से झूलता मिला. इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई.
बताया गया कि रामाशीष शर्मा पिछले शनिवार को ही अपने गांव से लौटा था. वह काफी अपसेट लग रहा था. परिवार में रामाशीष की पत्नी, 2 बेटे व 4 बेटियां हैं. परिवार को घटना की सूचना दे दी गई. परिवार काफी गरीब है. उनके पास शव ले जाने के लिए पैसे नहीं हैं. इसे देखते हुए स्थानीय लोगों ने पैसे का जुगाड़कर शव उसके गांव ले जाने की तैयारी शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारी उमेर अहमद ने बताया कि रामाशीष शर्मा अपने जीजा के माध्यम से सैलून में काम करता था. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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