सिर्फ एक शिक्षक का प्रतिनियोजन, प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल कटकमसांडी तोड़ने लगा है दम
जनता से रिश्ता : बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 1984-85 में खुला प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल कटकमसांडी दम तोड़ने लगा है। इस स्कूल में नामांकन लेने के लिए छात्राएं तैयार नही होती है। अभिभावक भी अपने बच्चियों का नामांकन कराने से परहेज करने लगे है। इस स्कूल में क्लास नौवीं एवं दसवीं की पढ़ाई होती है। इसमें महज 29 छात्राएं नामांकित है। इससे स्कूल की शिक्षा व्यवस्था का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। बताया जाता है कि इस स्कूल में एक भी सरकारी शिक्षक पदस्थापित नहीं है। कटकमसांडी हाई स्कूल के एक शिक्षक का प्रतिनियोजन कर प्रधानाध्यापक का प्रभार दे दिया गया है।
विद्यालय प्रबंधन समिति से नियुक्त होने का दावा करते हुए दो शिक्षक विद्यालय आते है। हालांकि इनके आने जाने को लेकर सरकारी रजिस्टर में हाजिरी नहीं बनती है। ऐसे में इनके बार में कुछ भी नही कहा जा सकता है। यदि इन दो शिक्षकों को जोड़ भी दिया जाए तो तीन शिक्षक हाई स्कूल के सभी विषयों को कैसे पढ़ा सकते है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए छात्राओं ने इस स्कूल में नामांकन लेने को लेकर कोई रुचि नहीं दिखाती है। इस स्कूल में शिक्षकों का पदस्थापन को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया। नतीजतन, एक-एक कर शिक्षक रिटायर होते चले गये और सभी पद रिक्त हो गया। बालिका शिक्षा को लेकर शिक्षा महकमा की ओर से बड़े बडे़ दावा किया जाता रहा है। इस दावा में कितना दम है इसकी हकीकत बयां करने के लिए प्रोजेक्ट गर्ल्स स्कूल कटकमसांडी को देखा जा सकता है। बताया जाता है कि प्रबंधन समिति की ओर से जो दो शिक्षक है उन्हें वेतन नही मिलता है। इसे लेकर वे वर्षो से लड़ाई लड़ रहे है।
सोर्स-hindustan