शालीमार बाजार में धुर्वा थानेदार और ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन
हाट वसूली करनेवाले ठेकेदार पर कार्रवाई
राँची: शालीमार बाजार, धुर्वा में हाट से अवैध वसूली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। धुर्वा थानेदार राजेश कुमार सिंह ने शिकायत करनेवालों पर ही केस दर्ज कर दिया है, जबकि हाट वसूली करनेवाले ठेकेदार पर कार्रवाई होनी चाहिए। इससे शालीमार बाजार के दुकानदारों सहित पूरे क्षेत्र के लोगों में गुस्सा है। ठेकेदार और थानेदार की मनमानी के खिलाफ शुक्रवार काे धुर्वा क्षेत्र में सभी दुकानें बंद रहीं।
हजारों दुकानदार व आम लाेगाें ने जुलूस निकाला और धुर्वा थाने के सामने धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान दुकानदारों ने कहा कि थानेदार की मिलीभगत से ठेकेदार का मन बढ़ा है। ऐसे थानेदार से क्षेत्र के लाेगाें काे न्याय नहीं मिलेगा, इसलिए शालीमार बाजार का ठेका लेनेवाले ठेकेदार काे हटाते हुए थानेदार काे भी सस्पेंड किया जाए। जब तक थानेदार पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक आंदाेलन जारी रहेगा। इधर, दुकानदारों से हाे रही अवैध वसूली और थानेदार द्वारा ठेकेदार काे संरक्षण देने का मामला विधानसभा में भी उठा। खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने अल्पसूचित प्रश्नकाल के दाैरान कहा कि शालीमार बाजार में अवैध वसूली के खिलाफ आज पूरे एचईसी क्षेत्र में जनता कर्फ्यू है। चना-फल व सब्जी विक्रेताओं से 20 की जगह 100 और 40 की जगह 200 रुपए वसूले जा रहे हैं। बाजार परिसर में सार्वजनिक पानी उपलब्ध है, इसके बावजूद पानी के लिए 10 से 20 रुपए लिए जा रहे हैं। ठेकेदार के गुर्गे दुकानदारों से गाली-गलाैज और मारपीट कर रहे हैं। ठेकेदार काे पुलिस का भी संरक्षण मिला हुआ है। ऐसे ठेकेदार काे तत्काल हटाने और धुर्वा थानेदार काे सस्पेंड किया जाना चाहिए। नहीं ताे धुर्वा क्षेत्र में लाॅ एंड ऑर्डर बिगड़ेगा।
लोग बोले- थानेदार पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन जारी रहेगा
बंद का असर... धुर्वा में दुकानें बंद रहने से 3 कराेड़ का कारोबार हुआ प्रभावित
एचईसी फुटपाथ विक्रेता संघ के आह्वान पर धुर्वा क्षेत्र में पूरे दिन जनता कर्फ्यू रहा। इस दाैरान शालीमार बाजार समेत धुर्वा सेक्टर-1, 2 और 3, जेपी मार्केट की दुकानें बंद हाेने से करीब तीन कराेड़ रुपए से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ। दूध-दवा की दुकानें छाेड़कर अधिकतर दुकानें बंद रहीं। सभी दुकानदार और आम लाेगाें ने धुर्वा बस स्टैंड से रैली निकाली। धुर्वा क्षेत्र का भ्रमण करते हुए धुर्वा थाने के सामने पहुंचे और धरने पर बैठ गए।