सदर अस्पताल रांची का हाल: पेट दर्द से तड़पता रहा मासूम, इमरजेंसी में एक भी डॉक्टर नहीं
राजधानी रांची सदर अस्पताल में चिकित्सकों की घोर लापरवाही देखने को मिली है
Ranchi: राजधानी रांची सदर अस्पताल में चिकित्सकों की घोर लापरवाही देखने को मिली है. गुरूवार की रात 9.30 बजे एक बच्चा पेट की दर्द से बुरी तरह तड़प रहा था, लेकिन एक भी डॉक्टर इमरजेंसी में मौजूद नहीं थे, जो बच्चे का इलाज कर सकते थे. बच्चे के पिता ने जब नर्स से डॉक्टर के बारे में पूछा तो मोबाइल देखते हुए नर्स ने बताई कि जाइए पहले पुर्जा कटा करके आइए, फिर बात कीजिएगा. डॉक्टर अभी नहीं आए हैं उनको 9:00 बजे से शिफ्ट था लेकिन अभी तक नहीं आये हैं, हम कुछ नहीं कर सकते. इसलिए बच्चे के माता पिता सिस्टर से बार-बार बच्चे का इलाज करने का गुहार लगाते रहे.
9 वर्षीय बच्चे का नाम रिशु कुमार है. उसके पिता का नाम सूरज कुमार है जो पिस्का मोड़ का रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि अचानक पेट मे दर्द हुआ तो वे लोग बच्चे को लेकर सदर अस्पताल भागे. लेकिन सदर अस्पताल में भी इलाज नहीं हुआ.
नर्स ने साफ तौर पर कहा कि जब तक वह पुर्जा कटा कर नहीं आएंगे, वह कुछ नहीं कर सकती हैं. मजबूरन सूरज कुमार अपने तड़पते हुए बच्चे को कुर्सी पर लिटा कर दौड़ते हुए नीचे पुर्जा कटाये. पुर्जा कटाकर वापस लौटे सूरज को नर्स ने बताया कि डॉक्टर कब आएंगे पता नहीं. डॉक्टर के आने का कोई टाइम नहीं होता है. इधर बच्चे की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए पिता उसे लेकर किसी अन्य अस्पताल की ओर भागे.
इस मामले में सिविल सर्जन कहा कि इस मामले की मुझे जानकारी नहीं है और मैं डॉक्टर से संपर्क साधता हूं.