मधुबनी न्यूज़: नगर भवन के जीर्णोद्धार की राह की बाधा खत्म हो गयी है. सामग्री विपत्र(बीओक्यू) प्राप्त होते ही नगर निगम इसके निर्माण की कवायद तेज कर दी है. 17 को इसे निविदा की प्रक्रिया में भेजने की तैयारी की गयी.
नगर निगम ने इसका निर्माण अगस्त में शुरू करने का लक्ष्य रखा है. तीन माह में इसे पूरा करना होगा. लंबे समय से जर्जर नगर भवन के जीर्णोद्धार की मांग लगातार की जा रही थी. अब नये सिरे से इसका निर्माण होने से प्रशासन, आम लोग और विभिन्न आयोजन कर्त्ताओं को काफी लाभ मिलेगा. जर्जर हो चुके इस नगर भवन के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण पर 69 लाख 94 हजार 500 रूपए खर्च किए जाएंगे. नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से पहले ही इसकी प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है. साथ ही इसके लिए राशि का भी आवंटन कर दिया गया है. लेकिन बीओक्यू नहीं रहने के कारण लगभग एक माह से इसके निर्माण की प्रक्रिया रूकी हुई थी.
यह नगर भवन साल 2014 में आए भूकंप में डैमेज हो गया था. जांच के बाद अभियंताओं की टीम ने इसे क्षतिग्रस्त घोषित करते हुए यहां पर आयोजन की अनुमति नहीं देने की अनुशंसा किया है. इसके बाद से यहां सभी आयोजन पर रोक लगी है. कुछ दिनों तक प्रशासनिक बैठक में भवन का उपयोग किया जाता रहा है.
लेकिन जर्जरता के कारण इसपर भी अब रोक लगा दी गयी है. वहीं इस भवन का इंडोर बैडमिंटन कोर्ट काफी प्रसिद्ध रहा है. यहां पर कई बड़े खेल का आयोजन हो चुका है. इस इंडोर स्टेडियम का भी कुछ भाग क्षतिग्रस्त है.
कई बार हुई निर्माण की कवायद वर्ष 2019 में इसके लिए दो करोड़ तीन लाख 68 हजार 669 रुपए का प्राकल्लन तैयार कर विभाग को भेजा गया था. इसके लिए विभाग को अंतिम रिमाइंडर नोटिस 21 सितंबर को दिया गया. लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण इस प्राकल्लन पर कार्य नहीं हो सका. वहीं इस वर्ष राज्य स्तरीय खेल प्रतियागिता के आयोजन में हो रही माथापच्ची के बाद फिर डीएम अरविंद कुमार वर्मा की ओर से इसके लिए 69 लाख 94 हजार 500 रुपए का संशोधित प्राकल्लन तैयार कर विभाग को भेजा गया. डीएम की ओर से लगातार इस दिशा में पहल किये जाने के बाद विभाग ने प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्रदान करते हुए एडवांस राशि भी आवंटित कर दिया है.
भवन के अंदर का बदलेगा लूक इस योजना के तहत कई प्रकार के कार्य किए जाएंगे. अंदर के सभी कुर्सी को बदल दिया जायेगा. योजना के अनुसार भवन का चदरा बदल दिया जायेगा. इसके साथ ही शौचालय व कॉमन रूम की मरम्मत, रंग-रोगन, बिजली की वायरिंग, प्रकाश की चकाचक व्यवस्था, पंखा व टाईल्स की बेहतर व्यवस्था की जायेगी.