जमशेदपुर के बाद चिकनगुनिया ने चिंता जताई, 3 महीने में मिले 36 मरीज
चिंता जताई, 3 महीने में मिले 36 मरीज
झारखण्ड जिले में डेंगू के बाद अब चिकनगुनिया ने भी स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है. पूरे राज्य में सर्वाधिक डेंगू मरीज जमशेदपुर में मिल रहे हैं. वहीं, चिकनगुनिया मरीजों के मामले में पूर्वी सिंहभूम राज्य में दूसरे स्थान पर है.
इस साल अब तक 2190 संदिग्ध मरीजों की जांच में 56 में चिकनगुनिया की पुष्टि हो चुकी है. सात सालों में चिकनगुनिया के सर्वाधिक मरीज इसी साल मिल रहे हैं. वहीं, राज्य में सर्वाधिक चिकनगुनिया के मरीज रांची में हैं. यहां अब तक 1315 संदिग्ध मरीजों की जांच में 189 में चिकनगुनिया के मरीज मिले हैं. पूर्वी सिंहभूम में पिछले तीन माह में चिकनगुनिया के 36 मरीज मिले हैं. डेंगू की तर्ज पर विभाग की ओर से चिकनगुनिया प्रभावित इलाकों को चिह्नित कर वहां एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है, क्योंकि यह बीमारी भी मच्छर से फैलती है और इलाज नहीं होने से मौत तक हो सकती है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिले में सर्वाधिक जांच भी कराई जा रही है. सिविल सर्जन डॉ. जुझार मांझी ने बताया कि अस्पतालों को चिकनगुनिया मरीजों के बारे में जानकारी देने का निर्देश दिया गया है.
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वायरल रोग है चिकनगुनिया
यह एक वायरल रोग है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है. इसमें बुखार, शरीर पर लाल चकता और जोड़ों में असहनीय दर्द होता है. चिकनगुनिया का कोई इलाज या टीकाकरण नहीं है. इसके लक्षणों के आधार पर मरीजों का इलाज होता है. इसमें तीन दिनों से लेकर एक सप्ताह तक तेज बुखार होता है और हाथ, कलाई, टखनों और बड़े जोड़ों में गठिया की तरह दर्द का अनुभव होता है.
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रांची
लोहरदगा
गोड्डा
देवघर
पूर्वी सिंहभूम