Chandil चांडिल : चांडिल प्रखंड के रूदिया पंचायत के किसानों का गरमा धान की फसल पानी की कमी के कारण नष्ट होने के कगार पर पहुंच गया है. खेतों में सिंचाई के लिए पानी की समस्या को देखते हुए, शनिवार को रूदिया पंचायत के किसानों ने स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना चांडिल बांध के अधीक्षक अभियंता और कार्यपालिक अभियंता को ज्ञापन सौंपा.
ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बैनर तले रूदिया पंचायत के किसानों ने इस समस्या का समाधान करने के लिए दो दिन का समय निर्धारित किया है. किसानों का कहना है कि अगले दो दिनों में यदि केनाल का पानी खेतों तक नहीं पहुंचा, तो वे बृहद आंदोलन करेंगे.
सूख रहा धान का बीज
किसानों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में यह बताया गया कि धान उनकी मुख्य फसल है, जिससे उनका परिवार चलता है. पिछले चार-पांच दिनों से केनाल का गेट बंद होने के कारण किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे फसल सूखने लगी है और मिट्टी में दरारें पड़ने लगी हैं. इतना महंगा बीज खरीदकर बोया गया, धान अब पानी की कमी के कारण सूखकर मरने की स्थिति में है.
सामूहिक आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने 30 जनवरी को संबंधित कार्यालय में जाकर मौखिक रूप से अपनी समस्या उठाई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला गया. इसके बाद किसानों ने एक बार फिर शनिवार को संबंधित कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों में केनाल में पानी नहीं छोड़ा गया, तो वे सामूहिक रूप से बृहद आंदोलन शुरू करेंगे.
इस मौके पर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के जिला सचिव अशुदेव महतो, जिला अध्यक्ष राधानाथ कुमार, विष्णु महतो, त्रिलोचन महतो, कालीचरण महतो, राशबिहारी महतो, युधिष्ठिर प्रामाणिक समेत कई किसान उपस्थित थे.