Chaibasa चाईबासा : आदिवासी हो महासभा के अलावा विभिन्न सामाजिक संगठनों का बुधवार को कोल्हान बंद असरदार रहा. इसे सफल बनाने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में सामाजिक संगठनों के नेतृत्वकारियों ने कमान संभाल रखी थी. चाईबासा के सिंहपोखरिया गीतिलपी चौक पर खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति, सदर अनुमंडल के अध्यक्ष भलबद्र सवैया, सचिव केदारनाथ कालुंडिया और अन्य दर्जनों ग्रामीणों के सामूहिक नेतृत्व में सड़क पर उतर कर कोल्हान बंद को सफल बनाने के लिए तैनात रहे. बंद समर्थकों ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रकट किया. खूंटकट्टी रैयत रक्षा समिति, सदर अनुमंडल के अध्यक्ष भलबद्र सवैया ने कहा कि विभिन्न सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में सरायकेला-खरसावां जिला के चितिरबिला गांव में सड़क निर्माण कार्य के लिए दमनकारी रुख अख्तियार करने वाले नौकरशाह के खिलाफ कोल्हान बंद का आयोजन किया गया है. केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा अनुसूचित क्षेत्रों के लिए स्पष्ट मार्गदर्शन जारी किया गया है.
उन्होंने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में किसी भी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण करने के पहले मानवीय, सूचित और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करना आवश्यक है. लेकिन चितिरबिला गांव का जमीन अधिग्रहण करने में जिला प्रशासन ने पुलिस बल का प्रयोग और प्रतिवाद करने वाले जमीन मालिकों को दैहिक प्रताड़ित कर केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय द्वारा निर्देशित मार्गदर्शन का उल्लंघन किया है. जो प्रशासनिक कार्यसंस्कृति के प्रतिकूल है. जिसका विरोध करना आवश्यक है. इसीलिए हम सभी आस-पास के ग्रामीण एकत्रित होकर लोकतंत्र की रक्षा कर रहे हैं. सिंहपोखरिया गीतिलपी चौक पर सिंहपोखरिया, गीतिलपी,कुंदूबेडा, टूटूगुटू गांव के ग्रामीण एकत्रित होकर कोल्हान बंद का समर्थन किया. जिसमें मुख्य रूप से दीपू सवैया, लूकना पुरती, मनमोहन सवैया, शिवा देवगम, गंगाराम सवैया, सतारी सवैया, गुलशन पुरती ,मादुकम कालुंडिया, हेमन्त सवैया,ब्रजमोहन पुरती, सोमा पुरती, सुंदर पुरती और कुंदुबेड़ा महिला समिति के महिला उपस्थित थे.
कोल्हान बंद को लेकर जिला प्रशासन रही अलर्ट
आदिवासी हो महासभा के कोल्हान बंद को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जगह-जगह पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की नियुक्ति कर दी गई थी. किसी तरह की घटना ना हो इसको लेकर भारी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे. मालूम हो कि आदिवासी हो महासभा की ओर से पूर्व में ही घोषित कार्यक्रम के तहत चक्का जाम किया. अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए लगभग 12 बजे तक सभी चौक चौरहों पर हो महासभा के कार्यकर्ता मौजूद रहे. पुलिस ने कई पदाधिकारी को शांतिपूर्ण तरीके से गिरफ्तार कर थाना भी लाया गया है जिसके बाद छोड़ दिया गया.