झारखण्ड न्यूज़: केंद्र सरकार की तीन सदस्यीय टीम ने गोविंदपुर के मिजिल्स प्रभावित गांवों का दौरा किया. यह टीम जिले में मिजिल्स फैलने के कारणों की पड़ताल करने आई थी. टीम ने पाया कि प्रभावित क्षेत्रों में कम टीकाकरण हुआ है. कम टीकाकरण का कारण एक समुदाय विशेष में जागरुकता का अभाव बताया जा रहा है. दौरे के बाद टीम के सदस्यों ने डीसी संदीप सिंह से मिलकर उन्हें स्थिति से अवगत कराया.
जिले में मिजिल्स फैलने के कारणों की जांच करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा झारखंड, गुजरात और केरल में टीम भेजी गई है. इन राज्यों में मिजिल्स फैला है. झारखंड आई टीम ने धनबाद का दौरा किया. इसमें एनसीडीसी दिल्ली के प्रिंसिपल कंसल्टेंट डॉ सुनील गुप्ता, एनसीडीसी दिल्ली के पीएचएस डॉ शिखा और डॉ राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल दिल्ली के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विनय मिश्रा शामिल थे. सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा और आरसीएचओ डॉ संजीव कुमार के साथ टीम के सदस्य गोविंदपुर के आसनबनी, गौरांगी, गांव भीतर आदि गांवों का दौरा किया और मिजिल्स के कारणों की पड़ताल की. पड़ताल में पाया गया कि इन क्षेत्रों में लोगों ने काफी कम बच्चों को मिजिल्स से बचाव का टीका लगवाया था. यह भी सामने आया कि एक समुदाय विशेष के लोगों के बच्चों का टीकाकरण कम हुआ है. इसी समुदाय के बच्चे इससे प्रभावित भी ज्यादा हुए हैं. टीम ने तेलीपाड़ा कलाली बस्ती में भी टीकाकरण की स्थिति का जायजा लिया.