दोनों महिलाओं का नाम मरियम कंडुलना है। गांव, पति का नाम और आधार कार्ड अलग है। इन दोनों महिलाओं ने लचड़ागढ़ ब्रांच में अपना खाता खोलने के लिए आवेदन किया। बैंक ने एक महिला का खाता खोला। दूसरी का नहीं खुल सका लेकिन पूछताछ में दोनों को एक ही बैंक अकाउंट नंबर के कागजात दे दिए गए। यह खाता वर्ष 2019 में खोला गया। इस बीच एक महिला के पति की मृत्यु हो गई। पति की मौत के बाद LIC का पैसा लेने के लिए महिला ने दूसरी महिला का बैंक अकाउंट नंबर अपना बताकर जमा कर दिया। LIC ने दूसरी महिला के खाते में 1 लाख 28 हजार 900 रुपये भेज दिए। दूसरी महिला द्वारा यह सोच कर अपने खाते से पैसे निकाल लिए कि वह घर में मोबाइल कंपनी की ओर से लगाए गए टॉवर के बदले भेजे गए पैसे हैं। दोनों महिलाओं की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। महिला ने पैसे का इस्तेमाल अपना घर बनाने में कर दिया। अब दूसरी महिला अपने पैसे वापस लेने के लिए बैंक के चक्कर लगा रही है।
बैंक कर्मचारी इस पूरे मामले में अपनी गलती मानने की बजाय अनपढ़ महिला को दोषी बताते हुए डांट फटकार कर रहे हैं। बैंक ने दूसरी महिला को बुलाकर पैसे वापस करने के लिए कहा लेकिन महिला का कहना है कि इतनी बड़ी राशि वापस करने में वह सक्षम नहीं है। इसके बाद बैंक ने महिला का अकाउंट फ्रीज कर दिया है। लिहाजा अब वह भी कोई वित्तीय लेनदेन नहीं कर पा रही। विधवा महिला की हालत देखकर कोलेबिरा BDO की ओर से उसे अनाज मुहैया कराया गया है। इस मामले में इंटक नेता दिलीप तिर्की ने लचड़ागढ़ ब्रांच पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में बैंक मैनेजर बिमल कुमार बाड़ा सहित सभी कर्मचारियों के स्तर से हुई लापरवाही की जांच कराने की मांग की है।